जागरण बेस्टसेलर में सुरेंद्र मोहन पाठक की हेरा फेरी टॉप पर
दैनिक जागरण ने तीन माह पहले बेस्टसेलर की पहली सूची प्रकाशित की थी और वह लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी थी। दूसरी तिमाही की सूची राजधानी लखनऊ स्थान तय किया।
लखनऊ (जेएनएन)। संवादी के उद्घाटन सत्र में साहित्य अनुरागियों की उत्कंठा इस बात की भी थी कि इस बार हिेंदी के बेस्टसेलर सूची में कौन-कौन सी पुस्तकें शामिल होती हैं। इससे पहले दैनिक जागरण के प्रधान संपादक संजय गुप्त ने हिंदी के प्रति लोगों में बढ़ रहे अनुराग को अपने शब्दों में बांधते हुए कहा कि संवादी की सोच में हिंंदी है। आत्मा में हिंदी है। उन्होंने रचनाधर्मियों से इस बात की उम्मीद भी की कि यहां भारतीयता की सोच को केंद्र में रखते हुए बहस होगी तो सार्थक पक्ष सामने आएंगे।
संवादी के उद्घाटन सत्र में साहित्य अनुरागियों की उत्कंठा इस बात की भी थी कि इस बार हिंदी के बेस्टसेलर सूची में कौन-कौन सी पुस्तकें शामिल होती हैं। इससे पहले दैनिक जागरण के प्रधान संपादक संजय गुप्त ने हिंदी के प्रति लोगों में बढ़ रहे अनुराग को अपने शब्दों में बांधते हुए कहा कि संवादी की सोच में हिंदी है। आत्मा में हिंदी है। उन्होंने रचनाधर्मियों से इस बात की उम्मीद भी की कि यहां भारतीयता की सोच को केंद्र में रखते हुए बहस होगी तो सार्थक पक्ष सामने आएंगे।
दैनिक जागरण ने तीन माह पहले बेस्टसेलर की पहली सूची प्रकाशित की थी और वह लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी थी। दूसरी तिमाही की सूची के लिए राजधानी लखनऊ का स्थान तय किया। संवादी का मंच इसके लिए उपयुक्त था। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. विश्वनाथ तिवारी और दैनिक जागरण के प्रधान संपादक संजय गुप्त ने इस सूची को जारी किया। कथा, कथेतर और अनुवाद के अलग-अलग खंडों में हिंदी की दस बेस्टसेलर पुस्तकों के नाम की घोषणा की गई।
उल्लेखनीय है कि हिंदी में बेस्टसेलर की कमी को पूरा करने के लिए दैनिक जागरण ने पहल की है और इसे तैयार करने का जिम्मा विश्वसनीय एजेंसी नीलसन को सौंपा है। दूसरी तिमाही की सूची में कथा वर्ग में लोकप्रिय उपन्यासकार सुरेंद्र मोहन पाठक की हीरा फेरी, कथेतर वर्ग में पीयूष मिश्र की कुछ इश्क किया, कुछ काम कियाज् और अनुवाद में अमीष की पुस्तक सीता-मिथिला की योद्धाज् को पहला स्थान हासिल हुआ है।
क्या है चयन प्रक्रिया
हिंदी में लंबे समय से बेस्टसेलर को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई थी। इस भ्रम की स्थिति में लेखकों ने बड़े-बड़े दावे किए थे, कई कृतियों के बेस्टसेलर होने का दावा किया जाता था। इस तरह के दावों से भ्रम और गहराता जाता था। हिंदी में बेस्टसेलर की कमी को पूरा करने के लिए दैनिक जागरण ने इस वर्ष पहल की थी और इस वित्त वर्ष की पहली सूची का प्रकाशन हुआ था। इस ऐतिहासिक पहल का दूसरा पड़ाव आ गया है। आगामी तीन नवंबर को दैनिक जागरण हिंदी बेस्टसेलर की दूसरी तिमाही की सूची प्रकाशित होने जा रही है। दैनिक जागरण ने हिंदी बेस्टसेलर की सूची तैयार करने का जिम्मा दुनिया की सबसे बड़ी और विश्वसनीय एजेंसी नीलसन को सौंपा।
नीलसन ने दैनिक जागरण हिंदी बेस्टसेलर की सूची तैयार की है, जो हर तीन महीने पर दैनिक जागरण में प्रकाशित होगी। इसके बाद पूरे वर्ष भर के बेस्टसेलर की सूची भी प्रकाशित की जाएगी। हिंदी पुस्तकों के बिखरे बाजार में सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबों के आंकड़े जुटाना बेहद मुश्किल काम था, लेकिन नीलसन की अनुभवी टीम ने इसको कर दिखाया। हिंदी भाषी प्रदेशों के 42 शहरों में 90 पुस्तकों की दुकानों के हर महीने के आंकड़े जमा किए। इसके अलावा नीलसन बुकस्कैन के आंकड़ों को भी इसमें सम्मिलित किया गया। नीलसन बुकस्कैन विश्व का सबसे बड़ा बुक सेल्स ट्रैकिंग सिस्टम है। जागरण बेस्टसेलर को तय करने में कई तरह के मानकों का पालन किया गया।
जागरण बेस्टसेलर चयन के मानक
जिन पुस्तकों के पहले संस्करण का प्रकाशन एक जनवरी 2011 के बाद हुआ, उन पर ही विचार किया गया। 13 अंकों के आइएसबीएन संख्या के आधार पर बिक्री के आंकड़े इकट्ठे किए गए। रेलवे स्टेशन और बस अड्डों की पुस्तकों की दुकानों और सरकारी खरीद और पुस्तक मेलों की बिक्री को शामिल नहीं किया गया।