पीएनबी एटीएम से कैश निकालते वक्त रहें सावधान, यहां लुटेरों ने लगा रखें हैं स्कीमर-चिपकाया फेवीक्विक
साइबर क्राइम सेल के हाथ लगे अहम साक्ष्य, क्षतिग्रस्त एटीएम भी मिला। हुसैनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज पड़ताल में जुटी-साइबर क्राइम सेल। कार्ड ब्लाक होने पर टोल फ्री नंबर पर फोन कर दर्ज कराई थी शिकायत। बैंक मैनेजर हंसते हुए बोला थाने में दर्ज कराएं रिपोर्ट।
लखनऊ[ज्ञान बिहारी मिश्र]। ऑनलाइन लुटेरों ने सबसे ज्यादा पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम में सेंध लगाए हैं। जालसाजों ने स्कीमर के जरिए सैकड़ों लोगों के लाखों रुपये लूट लिए। साइबर क्राइम सेल की पड़ताल में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। साइबर टीम की पड़ताल में एटीएम तक क्षतिग्रस्त मिले, जिनसे लगातार रुपये निकाले जा रहे हैं। टीम ने कई एटीएम भी चिन्हित किए हैं, जिनसे छेड़छाड़ की गई थी।
पीएनबी के ये एटीएम हुए चिन्हित
साइबर क्राइम सेल के नोडल अधिकारी व सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र के मुताबिक, पड़ताल के दौरान पत्रकारपुरम स्थित पीएनबी के एटीएम में स्कीमर लगाए जाने की पुष्टि हुई है। पुलिस को एटीएम में टेप, फेवीक्विक व चिप लगाए जाने के साक्ष्य मिले हैं। यही नहीं हजरतगंज, जीवन प्लाजा, मुंशीपुलिया, राम राम बैंक चौराहा और नाका स्थित पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम में छेड़छाड़ की बात उजागर हुई है।
फुटेज से शिनाख्त की कोशिश
एटीएम चिन्हित कर पुलिस अब बैंक अफसरों से संपर्क कर कैमरों की फुटेज खंगालने की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक, कुछ एटीएम के कैमरों से भी छेड़छाड़ हुई है। फुटेज के आधार पर पुलिस उन जालसाजों के बारे में पता लगाएगी, जिन्होंने बड़े पैमाने पर लोगों को अपना शिकार बनाया है। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने एक ठग की पहचान भी कर ली है।
बैंक प्रबंधन की लापरवाही भी उजागर
मुंशीपुलिया स्थित पीएनबी का एटीएम क्षतिग्रस्त है। की-बोर्ड के बटन तक गायब हैं। बावजूद इसके बैंक अधिकारी एटीएम में रुपये डाल रहे हैं और उपभोक्ता उसका इस्तेमाल भी कर रहे हैं। खास बात यह है कि की-बोर्ड के ऊपर लगने वाला ढक्कन तक गायब है। आपको जानकर हैरानी होगी कि 15 मई से 21 मई के बीच जिन लोगों ने उक्त एटीएम का इस्तेमाल किया, उनमें सर्वाधिक लोगों के खाते से रुपये निकाल लिए गए। ठगों ने एटीएम कार्ड का डाटा चोरी करने के बाद दिल्ली में उसका क्लोन बनाया और वहीं से अलग-अलग एटीएम से रुपये निकालते रहे।
हेल्पलाइन नंबर पर किया फोन, अगले ही दिन खाते से निकल गए 50 हजार
बीएसएनएल कर्मचारी के दामाद को एटीएम के हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर शिकायत दर्ज कराना महंगा पड़ गया। शिकायत दर्ज कराने के बाद 12 घटे बाद उनके पास एक व्यक्ति ने फोन किया और ब्लाक हुए एटीएम कार्ड को पुन: संचालित करने का झासा देकर एटीएम की डिटेल पूछी और खाते से 50 हजार रुपये उड़ा दिए। हुसैनगंज पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है और साइबर क्राइम सेल मामले की जाच कर रही है।
खदरा निवासी शिव दयाल दुबे बीएसएनल में लाइनमैन हैं। विधानसभा मार्ग स्थित पीएनबी (पंजाब नेशनल बैंक) में उनका खाता है। शिवदयाल के कालू खेड़ा उन्नाव निवासी दामाद पप्पन अवस्थी ने बताया कि 23 मई को वह ससुर का एटीएम कार्ड लेकर मोहनलालगंज-सिसेंडी मार्ग स्थित पीएनबी के एटीएम से रुपये निकालने गए थे। चार से पाच बार कोशिश करने के बाद भी ट्राजेक्शन नहीं हो सका और कार्ड भी ब्लाक हो गया। इसके बाद उन्होंने एटीएम के पीछे लिखे टोल फ्री नबंर पर फोन कर शिकायत दर्ज कराई। उसने कहा कि 24 घटे बाद एटीएम कार्ड ठीक हो जाएगा। पप्पन ने बताया कि 24 मई को सुबह करीब 08:35 बजे एक मोबाइल नंबर से फोन आया और उसने कहा कि सर आपका एटीएम कार्ड ब्लाक हो गया है। आपने इसकी शिकायत दर्ज कराई थी। कार्ड को संचालित करने के लिए एटीएम का 16 डिजिट वाला नंबर बताएं। फिर उसने कार्ड पर पीछे लिखे तीन नंबरों को पूछा। इसके बाद मोबाइल पर मैसेज आने लगे तो उसने मैसेज का ओटीपी नंबर पूछा। नंबर बताने के बाद उसने कहा कि पाच घटे बाद एटीएम से जाकर ट्राजेक्शन कर ले। पप्पन ने बताया कि फोन कटते ही उनके मोबाइल पर दो मैसेज आए। पहले मैसेज से 20 और दूसरे से 30 हजार रुपये कटने की जानकारी हुई। इसके बाद बैंक और फिर हुसैनगंज थाने में तहरीर दी बैंक मैनेजर हंसते हुए बोला- थानें कराएं रिपोर्ट
पीड़ित पप्पन ने बताया कि मैसेज आने पर जब उन्हें खाते से 50 हजार रुपये निकलने की जानकारी हुई तो वह भागते हुए बैंक पहुंचे। बैंक में उन्होंने मैनेजर को घटना की जानकारी दी। इस पर मैनेजर मामले की पड़ताल करने के बजाय हंसने लगे। उन्हें हंसते हुए ही बैंक के अन्य अधिकारियों को भी मामले जानकारी दी। इसके बाद कहा कि हम कुछ नहीं कर सकते थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज कराएं।