Deepotsav In Ayodhya: अयोध्या में दीपोत्सव पर बना विश्व कीर्तिमान, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने ट्वीट कर दी बधाई
Deepotsav In Ayodhya अयोध्या में दीपोत्सव के मौके पर राम की पैड़ी पर एक साथ 606569 दीप जलाने का विश्व कीर्तिमान रचा गया। इसके लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंटर से डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय और उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग को बधाई दी है।
लखनऊ, जेएनएन। रामनगरी अयोध्या में 13 नवंबर की शाम को इतिहास रचा गया। दीपोत्सव के खास मौके पर राम की पैड़ी पर एक साथ 6,06,569 दीप जलाने का विश्व कीर्तिमान रचा गया। इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। इसके लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंटर से ट्वीट कर डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय और उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग को बधाई दी है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने ट्वीट कर कहा है कि पांच मिनट से अधिक समय तक 6 लाख 6 हजार 569 तेल के दीये जलते रहे, इस प्रकार के अब तक के सबसे बड़े प्रदर्शन के लिए डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय और उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग को बधाई।
Congratulations to @rmlauniversity and @uptourismgov for the largest display of oil lamps with 606,569 lamps remaining lit for over 5 minutes. #diwali pic.twitter.com/INETnAlAYM— Guinness World Records Day - Nov 18 #GWRday (@GWR) November 16, 2020
बता दें कि एक्चुअल हो या वर्चुअल, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दीपोत्सव ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया। 492 साल के इंतजार के बाद इस बार पहला अवसर था कि जब श्रीराम जन्मभूमि स्थल पर दीप जलाए गए, तो योगी सरकार ने भी इस खास मौके को भव्य और दिव्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। एक ओर अयोध्या में 'दिव्य दीपोत्सव' आयोजित कर 'श्रीराम का स्वागत-अभिनंदन' किया गया तो दुनिया भर के ऐसे श्रद्धालु जो, भौतिक रूप से अयोध्या में शिरकत नहीं कर सके, उन्हें 'वर्चुअल दीपोत्सव' के जरिये इस कार्यक्रम में सहभागिता का अवसर मिला।
साढ़े आठ हजार स्वयंसेवकों ने रच दिया इतिहास : दीपोत्सव के चौथे संस्करण में पिछले सभी रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए। इस बार राम की पैड़ी पर 6,06,569 जलते दीयों का विश्व रिकॉर्ड बना। ये दीये राम की पैड़ी पर अनवरत पांच मिनट से अधिक समय तक जलते रहे, जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने ड्रोन मैंपिंग के जरिए कैद किया। दीपोत्सव आयोजन का लाइव प्रसारण भी हुआ। इसके के लिए पैड़ी के 24 घाटों पर दीये सजाए गए थे, जो सभी प्रज्वलित किए गए। इस कामयाबी के साथ अवध विश्वविद्यालय के खाते में एक और स्वर्णिम सफलता दर्ज हो गई। दीयों को जलाने के लिए साढ़े आठ हजार स्वयंसेवक शिद्दत से डटे रहे। रिकॉर्ड दर्ज होने के एलान के साथ ही अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह की पूरी टीम के सदस्यों के चेहरे खिल उठे। पैड़ी परिसर जय श्रीराम के गगनभेदी नारों से गूंज उठा।
दूसरे और तीसरे दीपोत्सव में बना था रिकॉर्ड : अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत वर्ष 2017 में हुई थी। प्रथम दीपोत्सव में वर्ल्ड रिकार्ड तो नहीं बन सका था, लेकिन ढाई हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने एक लाख 87 हजार 213 दीये जलाए थे। दीपोत्सव का दूसरा और तीसरा संस्करण दुनिया भर में अनोखे रिकॉर्ड के लिए यादगार बना। दूसरे दीपोत्सव में पांच हजार स्वयंसेवकों ने रामकी पैड़ी पर तीन लाख एक हजार 152 व तीसरे में चार लाख नौ हजार 965 दीपों को जलाकर विश्व कीर्तिमान बनाया, जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। इस बार एक वक्त में 6,06,569 दीयों को जलाने का लक्ष्य भी हासिल हो गया।