KGMU: अंधेरे में ट्रक में भरा लाखों का सामान, बाहर जाते वक्त गार्डों ने पकड़ा
केजीएमयू में अंधेरे में एक ट्रक पर जनरेटर समेत बिजली का काफी सामान लोड कर कैंपस से बाहर ले जाया जा रहा था। उसी समय गार्डों ने उसे रोक लिया। चालक किसी भी तरह का कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाया। जिसके बाद मामले पर जांच गठित कर दी गई।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू में अक्सर विद्युत विभाग के कारनामे छाए रहते हैं। मगर, इस बार बड़े गोलमाल की घटना उजागर हुई। यहां अंधेरे में एक ट्रक पर जनरेटर समेत बिजली का काफी सामान लोड कर लिया गया। वहीं तड़के कैंपस से बाहर जाते वक्त ट्रक को गार्डों ने पकड़ लिया। चालक गार्डों को कोई दस्तोवज नहीं दिखा सका। ऐसे में मौके पर अफसर पहुंच गए। मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया।
केजीएमयू में सोमवार अंधेरे में विद्युत विभाग के पास ट्रक आया। चर्चा है कि एक कार्यदायी संस्था द्वारा कैंपस में एलईडी लाइटें लगनी थीं। मगर, वह काफी दिनों से रखी थीं। ऐसे में इन्हें चुपचाप ठिकाने लगाने का प्लान बनाया गया। अंधेरे में करीब 335 एलईडी लाइटें ट्रक पर लोड कर ली गईं। वहीं एक जनरेटर भी ट्रक पर चढ़ा दिया गया। इस सामान की कीमत 30 लाख से अधिक बताई जा रही है। वहीं सुबह तड़के ट्रक कैंपस के बाहर जा रहा था। अचानक गार्डों की नजर ट्रक पर पड़ी। गार्डों ने ट्रक को रोक लिया। साथ ही जनसंपर्क अधिकारी को सूचना दी। चालक से बाहर िलए जा रहे सामान के दस्तोवज व गेट पास मांगा गया। मगर, वह कुछ नहीं दिखा सका। लिहाजा, जनसपंर्क अधिकारी ने चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर आर एएस कुशवाहा को घटना की जानकारी दी। लाखों का माल गायब होने की सूचना पर प्रॉक्टर मौके पर पहुंचे। ट्रक को कैंपस रोक दिया गया है।
शक के घेरे में इंजीनियर
संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक घटना की जानकारी मिली है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अब्बास अली, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. कलीम अहमद, डॉ. कीर्ती व डॉ. क्षितिज श्रीवास्तव को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। कमेटी सप्ताह भर में रिपोर्ट सौंपेंगी। वहीं घटना को लेकर कैंपस में एक इंजीनियर चर्चा में हैं। कारनामें के पीछे उनका ही हाथ बताया जा रहा है।