रोगों से बचना है तो जीवनशैली में करें बदलाव : राम नाईक
तन और मन में संतुलन बहुत जरूरी, साइकियाट्रिक कॉन्फ्रेंस का राज्यपाल ने किया उद्घाटन। प्रो. करी रामा रेड्डी को मिला लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड, डॉ. मृगेश बनें नए अध्यक्ष।
लखनऊ, जेएनएन। बदली जीवनशैली के कारण ही आज लोग बीमारियों का आसानी से शिकार हो रहे हैं। देर तक जागना और सुबह देर से उठना सेहत के लिए अच्छा नहीं है। बीमारियों से बचने के लिए तन और मन में संतुलन होना जरूरी है। योग इसके लिए रामबाण उपाय है। यह विचार राज्यपाल राम नाईक ने व्यक्त किए। वह गुरुवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 71 वें नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडियन साइकियाट्रिक सोसायटी के उद्घाटन समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश के मनोचिकित्सक प्रो. करी रामा रेड्डी को प्रो. जेके त्रिवेदी लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया। वहीं इंडियन साइकियाट्रिक सोसायटी का नया अध्यक्ष डॉ. मृगेश वैष्णव को बनाया गया।
राज्यपाल राम नाईक ने देश व दुनिया के 14 देशों से आए मनोचिकित्सकों का आवाहन किया कि वह चार साल बाद होने जा रहे सोसाइटी के अमृत महोत्सव को यूपी में ही आयोजित करें। कार्यक्रम में इंडियन साइकियाट्रिक सोसाइटी की स्मारिका का विमोचन भी उन्होंने किया। उद्घाटन समारोह में इंडियन साइकियाट्रिक सोसाइटी अवार्ड भी मनोचिकित्सकों को दिए गए। इसमें डॉ. गोपाल चंद्र, डॉ. पीएल सुरेश कुमार, डॉ. एन मुखर्जी, डॉ. सहाय कृष्ण व डॉ. राजेश सागर आदि शामिल हैं।
नए अध्यक्ष डॉ. मृगेश वैष्णव ने कहा कि मानसिक बीमारी का इलाज करवाने में मेडिकल क्लेम अभी इंश्योरेंस कंपनियां देने में कतराती हैं। ऐसे में इसके लिए वह आंदोलन चलाएंगे। कार्यक्रम में केजीएमयू के कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट, मानसिक रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. पीके दलाल आदि मौजूद रहे।