सांसद बने तीन मंत्रियों रीता जोशी, एसपी बघेल और सत्यदेव पचौरी के इस्तीफे मंजूर, विभाग दूसरों को आवंटित
राज्यपाल ने इस्तीफा मंजूर कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रस्ताव पर संबंधित मंत्रियों के विभाग दूसरे मंत्रियों को आवंटित कर दिए हैं।
लखनऊ, जेएनएन। राज्यपाल राम नाईक ने सांसद बने तीनों मंत्रियों के इस्तीफे सोमवार को मंजूर कर लिए। योगी सरकार के पशुधन, लघु सिंचाई एवं मत्स्य विभाग के मंत्री एसपी बघेल, महिला कल्याण, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण एवं पर्यटन विभाग की मंत्री प्रोफेसर रीता बहुगुणा जोशी तथा खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, वस्त्रोद्योग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग के मंत्री सत्यदेव पचौरी ने सांसद बनने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
राज्यपाल ने इस्तीफा मंजूर कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रस्ताव पर संबंधित मंत्रियों के विभाग दूसरे मंत्रियों को आवंटित कर दिए हैं। महिला कल्याण एवं पर्यटन विभाग को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पास ही रखा है। लक्ष्मीनारायण चौधरी को पशुधन एवं मत्स्य विभाग, धर्मपाल सिंह को लघु सिंचाई विभाग और सिद्धार्थ नाथ सिंह को परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग, सतीश महाना को खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, वस्त्रोद्योग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग का कार्य प्रभार उनके वर्तमान कार्यप्रभार के साथ आवंटित किया है।
उप चुनाव तक टल सकता है मंत्रिमंडल में फेरबदल
तीन मंत्रियों के सांसद चुने जाने और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर की बर्खास्तगी के बाद यह अटकल तेज हो गई थी कि मंत्रिमंडल में शीघ्र फेरबदल होगा। सोमवार को मुख्यमंत्री ने इस्तीफा देने वालों के विभाग दूसरे मंत्रियों को देकर यह संकेत दे दिया कि फिलहाल मंत्रिमंडल में फेरबदल नहीं होगा। प्रदेश की 12 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होने हैं। माना जा रहा है कि अब उप चुनाव के बाद ही मंत्रिमंडल में फेरबदल होंगे। वैसे कहा यह भी जा रहा है कि दिल्ली से हरी झंडी मिलने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार पहले भी हो सकता है।
विभागों के पुनर्गठन का इंतजार
केंद्र सरकार की तर्ज पर प्रदेश में भी विभागों के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू की गई है। नीति आयोग की गाइड लाइन के अनुरूप स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह की अध्यक्षता में मंत्री समूह और वरिष्ठ आइएएस अधिकारी संजय अग्रवाल की समिति ने पुनर्गठन के लिए अपनी रिपोर्ट भेज दी। इस रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही होनी है। इस संदर्भ में सिद्धार्थनाथ का कहना है कि मुख्यमंत्री जब चाहें इसे लागू कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री समेत अब 43 मंत्री
राज्य सरकार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अब विभिन्न स्तर के कुल 43 मंत्री हैं। इनमें दो उपमुख्यमंत्री, 18 कैबिनेट मंत्री, नौ स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री और 13 राज्यमंत्री हैं। कोटे के मुताबिक सरकार में अभी 17 मंत्री शामिल किये जा सकते हैं।
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