ख़्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती विवि का नाम बदलें: दीक्षा समारोह में राज्यपाल
विवि के चौथे दीक्षा समारोह का शानदार आयोजन। भाषा के आधार पर विवि का नाम होना कुलाधिपति ने ठहराया गैरवाजिब। दीक्षा समारोह में वितरित किए गए 65 मेडल। चार लोगों को दी गई मानद उपाधि।
लखनऊ, जेएनएन। जो पढ़ाई अन्य विश्वविद्यालयों में होती है, वही ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू अरबी फारसी विवि द्वारा दी जा रही है। ऐसे में तीन भाषाओं के आधार पर नाम न होकर विवि का नाम ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय नाम होना चाहिए। ताकि यह संदेश न जाए कि इस विवि में महज यही तीन कोर्स पढ़ाए जाते हैं। यह सुझाव राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा को दिए।
गुरुवार को ख्वाजा मुईनुद्दीन विवि के चौथे दीक्षा समारोह का शानदार आयोजन हुआ। समारोह में बीए (अरेबिक) के मसूद अहमद को ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती मेडल, बीसीए (सीएस एंड आइटी) के अभिषेक वर्मा को कुलाधिपति मेडल, बीसीए (सीएस एंड आइटी) के अभिजीत कुमार सिंह को कुलपति मेडल से सम्मानित किया गया। समारोह की अध्यक्षता कर रही राज्यपाल आनंदीबेन का फोकस बेटियों की सुरक्षा व स्वास्थ्य, प्राथमिक स्कूल के बच्चों की देखरेख और टीबी ग्रस्त बच्चों के इलाज की जिम्मेदार पर रहा।
कई विवि में बेटियों का ब्लड टेस्ट कराया। इसमें 30 से 50 प्रतिशत बेटियां एनिमिक निकलीं। जहां एक ओर सरकार बेटियों के स्वास्थ्य को लेकर हजारों रुपये खर्च कर रही है वहीं दूसरी ओर परिवार के लोग बेटियों की स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते। उन्होंने कुलपति को विवि में पढऩे वाली सभी छात्राओं का हाइट, बॉडी ब्लड चेकअप कराने के निर्देश दिए। जिस बच्ची में हीमोग्लोबिन हो, तत्काल उसके माता पिता को बुलाएं और उन्हें उसके स्वास्थ्य के प्रति सचेत करें। उन्होंने सभी छात्राओं की मेडिकल रिपोर्ट राजभवन लेके आने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा मैंने विवि को पांच गांव गोद लिए जाने के लिए कहा है, मैं उन गांव को जल्द ही चेक करने जाऊंगी। उन्होंने कहा यदि हर विवि पांच और एक कॉलेज एक गांव गोद ले ले तो हजारों गांवों का कलेवर बदलना तय हैं।
मैंने खुद के साथ औरों को भी टीबी ग्रस्त बच्चों के देखभाल की जिम्मेदार दी। लाखों बच्चे टीबी से ग्रस्त हैं और हमारी आबादी करोड़ों में हैं। क्या हम समाज के प्रति जिम्मेदारी नहीं उठा सकते। अधिकार की बात करते हैं और फर्ज भूल जाते हैं। उपमुख्मंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने विवि को शोध की दिशा में अधिक से अधिक काम करने की नसीहत दी। इस अवसर पर पूर्व कार्यकारी मुख्यमंत्री डॉ अम्मार रिजवी व विवि के रजिस्ट्रार अशोक कुमार अरविंद समेत तमाम लोग मौजूद रहे। दीक्षा समारोह में राज्यपाल द्वारा डॉ सईदुर रहमान आजमी, मौलाना कल्बे जव्वाद नकवी, डॉ इंद्रेश कुमार और स्वामी सारंग मोहिले को डी लिट की मानद उपाधि प्रदान की गई।
नो ताली..तो किस लिए बैठें हैं आप लोग
कुलाधिपति आंनदीबेन ने मेडल वितरण के बाद तालियां न बजने पर हॉल में मौजूद विवि के शिक्षकों व अन्य लोगों पर तंज कसते हुए कहा कितनी मेहनत से डिग्री और मेडल मिलते हैं। शिक्षक इस बात को भली भांति जानते हैं, फिर भी नो ताली। तो किस लिए बैठे हैं आप लोग। तालियां गौरव का अनुभूति कराती हैं।
राज्यपाल को दी जन्मदिन की बधाई
कुलपति प्रो माहरूख मिर्जा ने अपने संबोधन से पहले राज्यपाल आनंदीबेन के जन्मदिन की बधाई देते हुए सभी को चौका दिया। जन्मदिन की जानकारी होते ही हाल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। हालांकि कुलपति के केक काटने के निवेदन को राज्यपाल ने एक सिरे से इन्कार कर दिया।
- मसूद अहमद, ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती मेडल
- अभिषेक वर्मा, चांसलर मेडल
- अभिजीत कुमार सिंह, वाइस चांसलर मेडल
यूजी स्तर पर मेडल पाने वाले मेधावी
- मो शाकिर बीए आनर्स, अरेबिक
- रोहित कुमार सिंह, बीएड, एजूकेशन
- बुशरा खान, बीबीए, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन
- अभिषेक वर्मा, बीसीए, सीएस, आइटी
पीजी स्तर पर मेडल पाने मेधावी
- बदले आलम एमए, अरेबिक
- निदा बानो एमए, एजूकेशन
- इरम कहकशन, एमकॉम, कॉमर्स
गोल्ड मेडल (उर्दू)
- गुलाम जिलानी बीए
- अबू जैद बीए
- मो यूनूस खान बीए
गोल्ड मेडल (अरेबिक)
- मो शाकिर बीए
- मसूद अहमद बीए
- उबैदुर रहमान बीए
गोल्ड मेडल (अंग्रेजी)
- फातिमा जेहरा, बीए
- मो अबुल वकास, बीए
- मो. सलमान सिद्धीकी बीए