कुरीतियों के खिलाफ संघर्ष करें बेटियां, अन्यायपूर्ण घटनाओं का खुलकर प्रतिकार करें : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्रतिभा सम्मान समारोह। बेटियों की सेहत सुधार पर दिया जोर कहा छात्राओं के खाने का चार्ट बनाकर करें निगरानी।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शुक्रवार को कहा कि बेटियां शिक्षित समर्थ और सशक्त बनें। अन्यायपूर्ण घटनाओं का खुलकर प्रतिकार करें और समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ भी संघर्ष करना सीखें। शिक्षा का उद्देश्य मात्र जानकारी प्राप्त करना ही नहीं बल्कि संस्कारवान बनना भी है। जिस समाज में बेटियों के साथ अन्याय और भेदभाव होता है उस समाज की उन्नति नहीं हो सकती। यह बातें राज्यपाल ने अलीगंज स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्रतिभा सम्मान समारोह में कही।
राज्यपाल ने छात्राओं के स्वास्थ्य के प्रति चिंता जताते हुए कहा कि उनकी नियमित जांच होनी चाहिए। उनका हीमोग्लोबिन मानक के अनुरूप बना रहे। उन्होंने कहा होम साइंस की छात्राएं भी अब मैगी और चाट की शौकीन हैं। उन्होंने कॉलेज प्रशासन से एक महीने तक छात्राओं के खाने का ब्योरा लिखित रूप से तैयार कर निगरानी करने के लिए कहा। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. अनुराधा तिवारी ने नैक में ए-ग्रेड पाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
इन्हें मिले पुरस्कार
समारोह में वंदना सिंह बीए चतुर्थ सेमेस्टर मनोविज्ञान, पूनम कश्यप एमए चतुर्थ सेमेस्टर समाजशास्त्र, अपूर्वा लोहुमी बीएससी चतुर्थ सेमेस्टर भौतिक विज्ञान, आयुषि मिश्रा- बीएससी तृतीय वर्ष रसायन विज्ञान समेत अन्य छात्राओं को प्रशस्ति पत्र दिए गए।
लाइब्रेरी ऑटोमेशन का लोकार्पण
राज्यपाल ने रूसा द्वारा निर्मित लाइब्रेरी ऑटोमेशन का भी लोकार्पण किया। समारोह में ट्रिपल आइटी लखनऊ के निदेशक अरुण मोहन शेरी, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय, आइआइएम के प्रोफेसर बीके मोहंती, भाऊराव देवरस सेवा न्यास लखनऊ के प्रोफेसर विजय कर्ण, इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. मनोरमा सिंह, महाराजा बिजली पासी डिग्री कालेज लखनऊ की प्राचार्य प्रोफेसर डॉ मंजु दीक्षित समेत बड़ी संख्या में शिक्षक व छात्र मौजूद रहे।