रायबरेली में गलत ट्रैक पर दौड़ाई मालगाड़ी, एसएम और खंड नियंत्रक निलंबित
लखनऊ की तरफ से मालगाड़ी रायबरेली लेकर आए इलेक्ट्रिक इंजन को बिना बिजली वाले ट्रैक पर भेजा।
रायबरेली, जेएनएन। गंगागंज रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को एक ट्रेन हादसा होते-होते बचा। मालगाड़ी लेकर आए इलेक्ट्रिक इंजन को उस लाइन पर भेजा, जिसके तारों में करंट ही नहीं था। नतीजतन इंजन फेल हो गया। बाद में दूसरे इंजन से खींचकर ट्रेन को सही ट्रैक पर लाया गया। इससे करीब साढ़े तीन घंटे रेलमार्ग बाधित रहा। मामले में डीआरएम ने स्टेशन मास्टर और खंड नियंत्रक को निलंबित कर दिया है।
गंगागंज रेलवे स्टेशन पर तीन ट्रैक हैं। तीनों ही विद्युतीकृत हैं। तीन नंबर लाइन पर फिलहाल बिजली आपूर्ति ठप है। भोर में लखनऊ की तरफ से एक मालगाड़ी जहानाबाद जा रही थी। इसमें इलेक्ट्रिक इंजन था। स्टेशन पहुंची तो उसे बिना करंट वाली लाइन पर ही ले जाया गया, चंद दूरी दौड़ते ही वह ठहर गई। इसके कारण लखनऊ-रायबरेली रेलखंड पर ट्रेनों का आवागमन थम गया। फिर महकमे में खलबली मच गई। मौके पर पहुंचे अफसरों ने हरचंदपुर में खड़ी पद्मावत एक्सप्रेस का डीजल इंजन मंगाया। उससे मालगाड़ी को ढकेल कर इलेक्ट्रिक लाइन पर लाया गया। तब कहीं ट्रैक खाली हुआ और यातायात बहाल हो सका। इसी कारण गंगागंज-मझिगवां रोड की रेलवे क्रॉङ्क्षसग भी बंद रही।
डेली पैसेंजर हुए परेशान
प्रतापगढ़ से कानपुर जा रही इंटरसिटी करीब पौने तीन घंटे रायबरेली रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही। प्रयागराज से लखनऊ जा रही गंगा गोमती एक्सप्रेस को भी आधे घंटे रुकना पड़ा, जबकि दिल्ली से प्रतापगढ़ की पद्मावत एक्सप्रेस चार घंटे हरचंदपुर स्टेशन पर रोकी गई। सबसे ज्यादा मुश्किलें डेली पैसेंजर को उठानी पड़ीं। क्योंकि किसी को ड्यूटी पर जाना था तो स्कूल और कॉलेज को निकला था।
मंडल रेल प्रबंधक, लखनऊ संजय त्रिपाठी ने कहा कि मालगाड़ी का गलत ट्रैक पर जाना बड़ी लापरवाही है। ड्यूटी पर रहे खंड नियंत्रक और स्टेशन मास्टर को निलंबित कर दिया गया है। गहन जांच कराई जाएगी। इसके बाद दोषियों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई भी होगी।