पटरी से उतरी मालगाड़ी-कहीं ट्रेन से कटकर मौत, अप्रशिक्षित कर्मियों के जिम्मे है काम
अनदेखी: यार्ड में ट्रेनों का संचालन घटों रहा प्रभावित अप्रशिक्षित कर्मियों के जिम्मे है काम। जीआरपी की ढिलाई, एक घटे ट्रैक पर पड़ा रहा शव, फंसी रहीं ट्रेनें।
लखनऊ[जागरण संवाददाता]। चारबाग रेलवे यार्ड में शुक्रवार को एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई। इसके कारण रेल संचालन प्रभावित रहा। वहीं, सदर क्रासिंग पर सुबह एक व्यक्ति की ट्रेन से कट कर मौत हो गई। करीब एक घटे तक उस शव पटरी पर पड़ा रहा। इससे बाराबंकी, सुलतानपुर व फैजाबाद की ओर से आने वाली ट्रेनों का संचालन एक घटा प्रभावित रहा। चारबाग यार्ड में देर शाम गैंग नंबर 3 के पास एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई। इससे कानपुर की ओर से आने वाली कई ट्रेनें प्रभावित रही। चारबाग यार्ड में पिछले दस दिनों में करीब पाच से छह रेल हादसे हो चुके हैं। कर्मचारियों का कहना है कि ट्रैक पर अप्रशिक्षित ट्रैकमैनों का काम पर लगा दिया गया है। इससे यार्ड में हादसों की संख्या बढ़ गई है,जबकि प्रशिक्षित ट्रैकमैन कार्यालयों में काम कर रहे हैं। वहीं, सुबह सदर क्रासिंग के पास एक व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आ गया। स्टेशन मास्टर ने इसकी सूचना जीआरपी को दी। जीआरपी एक घटे के बाद शव उठाने के पहुंची। इससे एक घटे तक रेल संचालन बाधित रहा।
ये ट्रेनें पहुंची लेट
मुम्बई से आने वाली जनसाधारण एक्सप्रेस 32 घटे, शहीद एक्सप्रेस 21 घटे, देहरादून गोरखपुर एक्सप्रेस 32 घटे, लोहित एक्सप्रेस 24 घटे, गोरखपुर आनंदविहार 13 घटे, कोटा पटना एक्सप्रेस 17 घटे, अमरनाथ एक्सप्रेस 31 घटे, ग्वालियर बरौनी एक्सप्रेस 19 घटे, सप्तक्राति एक्सप्रेस 10 घटे देरी से पहुंची। एसी कोच हटने पर यात्रियों का हंगामा
लखनऊ जंक्शन से पाटलीपुत्र जाने वाली पाटलीपुत्र एक्सप्रेस (12530) से थर्ड एसी का कोच शुक्रवार यानी 04 मई को तकनीकी कारणों से हटा दिया गया। इससे नाराज यात्रियों ने लखनऊ जंक्शन पर हंगामा किया। यात्रियों को समझा बुझाकर दूसरी ट्रेन से गंतव्य की ओर भेजा गया। लखनऊ जंक्शन से पाटलीपुत्र एक्सप्रेस को शाम पाच बजे चलती है। शुक्रवार को जब यात्री ट्रेन में सवार होने के लिए पहुंचे तो उनको बी-3 का कोच नहीं मिला। काफी पता करने पर उनको जानकारी हुई कि ट्रेन में एसी कोच लगा ही नहीं है। इसको लेकर यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। यात्री दूसरा कोच लगाए जाने की माग कर रहे थे। रेल अधिकारियों के मुताबिक कोच में तकनीकी खराबी की वजह से उसे हटाया गया था। बाद में कुछ यात्रियों को एसी और कुछ को स्लीपर कोच में समायोजित करके ट्रेन को रवाना किया गया।