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AKTU: इंजीनियरिंग के व‍िद्यार्थ‍ियों के ल‍िए अच्छी खबर, अब हिंदी में भी होगी बीटेक की परीक्षा

AKTU बीटेक पाठ्यक्रम में पहले चरण की प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। दूसरे चरण की प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। नवंबर से बीटेक की कक्षाएं शुरू होने वाली है। नई शिक्षा नीति के तहत बीटेक में इंजीनियरिंग की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम के साथ हिंदी माध्यम से भी होगी।

By Vivek RaoEdited By: Vikas MishraPublished: Wed, 26 Oct 2022 10:15 AM (IST)Updated: Wed, 26 Oct 2022 11:23 AM (IST)
AKTU: इंजीनियरिंग के व‍िद्यार्थ‍ियों के ल‍िए अच्छी खबर, अब हिंदी में भी होगी बीटेक की परीक्षा
AKTU: एकेटीयू के कालेजों में इस सत्र से बीटेक की पढ़ाई हिंदी में भी होगी।

AKTU: लखनऊ, जागरण संवाददाता। डा. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (एकेटीयू) और उससे जुड़े कालेजों में इस शैक्षणिक सत्र से बीटेक प्रथम वर्ष में हिंदी माध्यम से पढ़ाई शुरू होने वाली है। बीटेक प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए हिंदी में किताबें भी उपलब्ध कराई जाएंगी। इससे हिंदी माध्यम से पढ़ने वाले छात्रों को काफी सहूलियत मिलेगी। ये किताबें एआइसीटीई (अखिल भारतीय तकनीकी परिषद) की ओर से प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए कई विषयों की किताबें उपलब्ध कराई जा रहीं हैं। उधर, एकेटीयू की ओर से भी शिक्षकों को हिंदी माध्यम से पढ़ाने के लिए विशेष प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। 

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बीटेक पाठ्यक्रम में पहले चरण की प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। दूसरे चरण की प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। नवंबर से बीटेक की कक्षाएं शुरू होने वाली है। नई शिक्षा नीति के तहत बीटेक में इंजीनियरिंग की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम के साथ हिंदी माध्यम से भी होगी। इसके लिए सभी कालेजों को भी निर्देश दिए जा रहे हैं। कुलपति प्रो. पीके मिश्र ने बताया कि हिंदी माध्यम से बीटेक शुरू करने से यूपी बोर्ड के छात्रों को काफी सहूलियत मिलेगी।

सत्र शुरू होने के दौरान सभी कालेजों के शिक्षकों से अपेक्षा की गई है कि वह कक्षा में छात्रों को पढ़ाते समय इस बात का ध्यान रखेंगे कि वह तकनीकी शब्दावली को भले ही अंग्रेजी में बताएं, तकनीकी को हिंदी माध्यम से समझाएंगे। छात्रों की सुविधा के लिए परीक्षा में भी दोनों विषयों का विकल्प दिया जाएगा। बीटेक प्रथम वर्ष के छात्रों को हिंदी और अंग्रेजी दोनों में प्रश्नपत्र दिए जाएंगे। छात्र- छात्राएं जिस भी विषय में उत्तर लिखना चाहेंगे लिख सकेंगे।

अलग से तैयार हो रहा है फंडः कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र ने बताया कि बीटेक में अभी बहुत कम विषयों में हिंदी में किताबें उपलब्ध हैं। अन्य विषयों में पाठ्य पुस्तक तैयार करने के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर भी एक अलग से कार्पस फंड तैयार किया जा रहा है। जिसमें शिक्षकों को भी प्रेरित किया जा रहा है कि वह हिंदी में पाठ्य पुस्तक तैयार करें। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद से अंग्रेजी की किताबों को हिंदी में अनुवाद भी करने का काम किया जा रहा है।

बीटेक में छात्रों के पास विकल्प अधिकः इस बार बीटेक में मेजर के साथ माइनर डिग्री भी दी जाएगी। नई शिक्षा नीति के तहत बीटेक मेजर के साथ 18 से 20 क्रेडिट का कोर्स माइनर में भी किया जा सकेगा। हालांकि माइनर कोर्स चौथे या आठवें सेमेस्टर में करने की सुविधा दी गई है। बीटेक में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग और इंटरनेट आफ थिंग्स जैसे विषय में भी माइनर डिग्री ले सकेंगे।


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