दलित छात्र-छात्राओं को मुफ्त दाखिला देगा इग्नू
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) अनुसूचित जाति व जनजाति के विद्यार्थियों को स्नातक में मुफ्त दाखिला देगा।
अलीगढ़ (जेएनएन)। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) अनुसूचित जाति व जनजाति के विद्यार्थियों को स्नातक में मुफ्त दाखिला देगा। पाठ्य सामग्री का खर्च भी केंद्र सरकार वहन करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के तहत नई व्यवस्था इसी सत्र से लागू कर दी गई है।
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ताकि मिले उच्च शिक्षा
स्नातक कक्षाओं में दाखिले के लिए खूब मारा-मारी होती है। राजकीय व सहायता प्राप्त डिग्र्री कॉलेजों में सीमित सीटों पर हर किसी को दाखिला नहीं मिल पाता है। हर विद्यार्थी के लिए निजी कॉलेजों में दाखिला व फीस का खर्च उठाना संभव नहीं हो पाता। इससे बड़ी संख्या में गरीब विद्यार्थी उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते हैं, जिनमें सर्वाधिक संख्या दलित विद्यार्थियों की होती है। केंद्र सरकार उच्च शिक्षा पर जोर दे रही है। इसी के तहत इग्नू में अनुसूचित जाति व जनजाति के विद्यार्थियों के लिए स्नातक में मुफ्त दाखिले की सुविधा दी गई है, जिसमें कई प्रोफेशनल व एनजीओ से जुड़े कोर्स भी शामिल हैं।
वर्तमान व्यवस्था
वर्तमान में इग्नू के सभी वर्गों के विद्यार्थियों को बीए-बीकॉम के लिए सालाना 2000 रुपये, बीएससी के लिए 3500, बीटीएस (बैचलर ऑफ टूरिज्म स्टडी) के लिए 2500, बीएसडब्ल्यू (बैचलर ऑफ सोशल वर्क) के लिए 4000 व बीसीए (बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन) के लिए 5000 रुपये फीस देनी होती है। अनसूचित जाति के काफी विद्यार्थी इस फीस को भी वहन करने में सक्षम नहीं हो पाते, इसलिए उनकी संख्या कम रहती है।
नई व्यवस्था
स्नातक कोर्सों में दलित विद्यार्थियों को केवल पंजीकरण शुल्क ही देना होगा। कोई दाखिला फीस नहीं होगी। सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ. भानुप्रताप सिंह का कहना है कि सत्र 2016-17 के लिए दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। विद्यार्थी इग्नू के क्षेत्रीय कार्यालय मैरिस रोड के साथ एएमयू, आइआइएमटी, एसवी कॉलेज व ज्ञान महाविद्यालय स्थित केंद्रों पर आवेदन कर सकते हैं। अंतिम तिथि 17 अगस्त है।