लखनऊ: अर्जुनगंज में बनेगा फोर लेन फ्लाईओवर, लोगों को मिलेगी राहत
लखनऊ के अर्जुनगंज से पहले मरी माता के पास से निकली पुलिया के बराबर से इसे निकालने की योजना है। योजना के मुताबिक इसी रोड पर रेलवे क्रासिंग पर बने फ्लाईओवर से इसे कनेक्टक कर दिया जाएगा। जिससे लोगों को राहत मिलेगी।
लखनऊ, जेएनएन। अर्जुनगंज से पहले मरी माता के पास से निकली पुलिया के बराबर से इसे निकालने की योजना है। योजना के मुताबिक इसी रोड पर रेलवे क्रासिंग पर बने फ्लाईओवर से इसे कनेक्टक कर दिया जाएगा। वहीं मरी माता का मंदिर को सेतु निगम नहीं छुएगा, वही अपने स्थान पर ही रहेगा। खासबात रहेगी कि चौड़ीकरण होने से भविष्य के लिए यह रास्ता भी वीवीआइपी हो जाएगा, क्योंकि वीवीआइपी मूवमेंट के समय अकसर यहां फ्लाईओवर की कमी महसूस की गई है। यह प्रस्ताव सेतु निगम को कई माह पहले दिया गया था। सेतु निगम इसके लिए सेना से बराबर संपर्क बनाए हुए है।
सेतु निगम के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर संदीप गुप्ता ने बताया कि सेना की करीब 2.37 एकड़ प्राेजेक्ट की गति के लिए चाहिए। इसके एवज में सेना जमीन चाहेगी, उसके लिए प्रयास चल रहा है। सेना की जमीन पर ही फ्लाईओवर प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि जितनी जल्दी जमीन मिलेगी, उतनी जल्दी काम शुरू होगा। माना जा रहा है इस पूरे प्राेजेक्ट को शुरू करने में एक से डेढ़ का साल समय लगेगा। प्रोजेक्ट पर लागत को लेकर आंकलन किया जा रहा है। फ्लाईओवर करीब एक किमी. लंबा होगा। जो छावनी से पहले से संचालित फ्लाईओवर को कनेक्ट करने का काम करेगा।
शहीद पथ का पूरा लाभ मिलेगा
शहीद पथ से आवगमन करने वाले लाखों लोगों को इससे राहत मिलेगी। भारी वाहनों को भी शहर अर्जुनगंज, अहमामऊ व अन्य आसपास की कालोनियों से होकर निकलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। फ्लाईओवर बनने से सीधे शहर के बाहर व शहर में आ जा सकेंगे वाहन।
नीबू पार्क फ्लाईओवर 25 दिसंबर से होगा शुरू
सेतु निगम के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर संदीप गुप्ता के मुताबिक नीबू पार्क के पास फ्लाईओवर पर वाहनों का संचालन 25 दिसंबर 2020 से शुरू करने की योजना है। उनके मुताबिक काम अपने अंतिम चरण में है। फाइनल टच दिया जा रहा है, जिससे एक बार आवागमन शुरू होने के बाद राहगीरों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और बीच में फिर किसी काम के लिए यातायात प्रभावित न करना पड़े।