उत्तर प्रदेश में विधानसभा की चार सीट रिक्त, जल्द होगी विधानसभा उपचुनाव की घोषणा UP News
UP Assembly By Election 2020 सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के विधायक वीरेंद्र सिरोही के निधन के बाद बुलंदशहर सदर विधानसभा सीट भी रिक्त हो गई है।
लखनऊ, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी के विधायक वीरेंद्र सिंह सिरोही के निधन के साथ ही उत्तर प्रदेश में अब विधानसभा की चार सीट रिक्त हो गई है। बुलंदशहर सदर से भाजपा विधायक वीरेंद्र सिंह सिरोही का सोमवार को निधन हो गया।
उत्तर प्रदेश की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना तय है। फर्जी जन्म प्रमाण पत्र पर विधायक बने आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम की विधायकी रद्द होने के बाद विधानसभा में तीन सीटें रिक्त हो गई हैं, जिन पर उप चुनाव कराने होंगे। इनमें अब्दुल्ला आजम खां की सीट रामपुर की स्वार के अलावा भाजपा सांसद डॉ. एसपी सिंह बघेल की बतौर विधायक सीट रही टूंडला तथा भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर की उन्नाव की बांगरमऊ सीट के साथ बुलंदशहर सदर सीट शामिल हैं।
सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के विधायक वीरेंद्र सिरोही के निधन के बाद बुलंदशहर सदर विधानसभा सीट भी रिक्त हो गई है। फर्जी जन्मतिथि विवाद में रामपुर की स्वार विधानसभा सीट से विधायक अब्दुल्ला आजम को हाईकोर्ट ने पहले अयोग्य घोषित कर रखा है। उनकी विधानसभा सदस्यता को हाईकोर्ट के आदेश के बाद रद कर सीट को रिक्त कर दिया गया है। उनका मामला सुप्रीम कोर्ट में है। इससे पहले दुष्कर्म के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सेंगर की सदस्यता खत्म कर दी गई थी। प्रदेश में फिरोजाबाद की टुण्डला सीट का विवाद अभी हाईकोर्ट में विचाराधीन है। संभावना है कि राज्य चुनाव आयोग जल्द ही इन सीटों पर उपचुनाव की घोषणा कर सकता है।
रिक्त सीटों में उन्नाव की बांगरमऊ, रामपुर की स्वार और बुलंदशहर सीट है। टूंडला विधान सभा सीट से वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा के एसपी सिंह बघेल जीते थे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सांसद चुन लिए जाने के बाद यहां की विधानसभा सीट खाली हो गई, लेकिन हाईकोर्ट में दायर चुनाव याचिका विचाराधीन है। इससे अभी तक इसका उपचुनाव नहीं हो पाया है।
उन्नाव जिले की बांगरमऊ विधान सभा सीट से वर्ष 2017 का चुनाव जीते भाजपा के कुलदीप सिंह सेंगर इस समय जेल में हैं। चुनाव आयोग ने सेंगर को अयोग्य घोषित कर दिया है। हाल ही में विधान सभा सचिवालय ने सेंगर की विधान सभा सदस्यता खत्म कर दी है। यह सीट 20 दिसंबर 2019 से रिक्त घोषित की गई है।
रामपुर की स्वार सीट से वर्ष 2017 के चुनाव में सपा के अब्दुल्ला आजम चुनाव जीते थे मगर जन्मतिथि के दो-दो प्रमाण पत्र बनवाने के मामले में फर्जीवाड़ा साबित होने के बाद अब्दुल्ला आजम, उनके पिता आजम खां और मां तजीन फातिमा को सजा सुनाई गई है। अब्दुल्ला की भी सदस्यता खत्म कर दी गई है। यह सीट 16 दिसंबर 2019 से रिक्त घोषित की गई है।
वहीं, सोमवार को बुलंदशहर के भाजपा विधायक वीरेन्द्र सिंह सिरोही का निधन हो गया। विधानसभा सचिवालय इस सीट को भी जल्द रिक्त घोषित कर देगा। ऐसे में तीनों बांगरमऊ, स्वार और बुलंदशहर सीटों के उपचुनाव छह महीने के अंदर हो जाएंगे।
आपराधिक मामलों में सजा पाने पर मौजूदा विधानसभा के तीन सदस्यों की सदस्यता अब तक रद हो चुकी है। इनमें सामूहिक हत्या के मामले में न्यायालय से उम्रकैद की सजा पाए अशोक चंदेल की हमीरपुर सीट पर उपचुनाव हो चुका है। बीते सितंबर में यहां से भाजपा के युवराज सिंह ने जीत दर्ज की थी। इसके अलावा उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दुष्कर्म के मामले में उम्रकैद की सजा मिलने के बाद सदस्यता अभी रद्द हुई है। अब अब्दुल्ला आजम की सदस्यता रद होने के कारण रामपुर की स्वार सीट भी खाली हो गई है।
इसके अलावा एक सीट फिरोजाबाद की टूंडला है जो रिक्त है। टूंडला का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। इस कारण इन दोनों सीटों पर अभी चुनाव नहीं हुआ है। प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब विधानसभा के गठन के तीन साल के भीतर ही न्यायालय के फैसले की गाज तीन विधायकों पर गिर चुकी है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में उपचुनाव को लेकर तैयारियां भी शुरू हो गईं हैं। यहां इवीएम मशीनों के साथ ही वोटर लिस्ट सहित अन्य इस्तेमाल होने वाली सामग्री तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं। चुनाव में इस्तेमाल होने वाली इंक मंगाने के लिए कहा गया है।