वाट्सएप ग्रुप में युवती को लेकर हुई बहस ने बर्बाद कर दी कई जिंदगियां
जानकीपुरम निवासी ओमप्रकाश के बेटे स्वप्नित श्रीवास्तव (20) की हत्या वाट्सएप ग्रुप में बहस के बाद की गई थी। पुलिस ने हत्या के आरोप में एक युवक और चार नाबालिगों को गिरफ़तार कर लिया है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। वाट्सएप ग्रुप में युवती पर की गई टिप्पणी का अंजाम इतना खतरनाक होगा यह किसी ने नहीं सोचा होगा। आपस में हुई बहस को खत्म करने के लिए मिले दोस्तों में फिर विवाद हो गया । मामला मारपीट तक पहुंचा तो इसमें एक की जान चली गई और पांच आरोपितों का पुलिस ने गिरफ़तार कर लिया, जिसमें चार नाबालिग भी हैं। जानकीपुरम के सेक्टर जे निवासी ओमप्रकाश के बेटे स्वप्नित श्रीवास्तव (20) की हत्या वाट्सएप ग्रुप में बहस के बाद की गई थी। पुलिस ने हत्या के आरोप में एक युवक और चार नाबालिगों को पकड़ा है। सीओ अलीगंज दीपक कुमार सिंह के मुताबिक पकड़े गए आरोपित स्वप्नित के पूर्व परिचित थे। सभी ने साथ में पढ़ाई की थी। पुरानी दोस्ती के नाम से वाट्सएप ग्रुप के जरिए सभी जुड़े भी थे।
ग्रुप में शामिल युवती पर टिप्पणी के बाद बिगड़ी बात
सीओ अलीगंज ने बताया कि वाट्सएप ग्रुप में कुछ दिन पहले एक युवती को एडमिन ने जोड़ा था। ग्रुप पर चैटिंग के दौरान किसी युवक ने युवती पर कुछ टिप्पणी कर दी थी। इसके बाद वाट्सएप ग्रुप में बहस शुरू हो गई थी। टिप्पणी को लेकर ग्रुप के सदस्य दो खेमे में बंट गए, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया था। मामले को शांत कराने के लिए ग्रुप में चर्चा हुई और फिर आरोपित सूरज और स्वप्नित के दोस्तों ने मिलकर समझौता करने का निर्णय किया था। बुधवार रात में स्वप्नित के दोस्त अभय और सार्थक सेक्टर जे पहुंचे थे। इस दौरान स्वप्नित भी वहां मौजूद था। सूरज भी अपने साथियों के साथ वहां आया था।
बीचबचाव के दौरान कर दी थी पिटाई
पुलिस के मुताबिक बातचीत के दौरान सूरज और उसके साथियों की अभय तथा सार्थक से बहस हो गई। देखते ही देखते सूरज और उसके दोस्तों ने अभय व सार्थक की पिटाई शुरू कर दी। यह देख स्वप्नित ने बीचबचाव किया तो नाराज आरोपितों ने स्वप्नित पर भी हमला बोल दिया था। आरोपितों ने बेल्ट से बुरी तरह स्वप्नित की पिटाई कर दी थी और उसे गंभीर अवस्था में गिट्टी के ढ़ेर पर फेंक कर भाग निकले थे।
ट्राॅमा में इलाज के दौरान तोड़ा दम
गौरतलब है कि स्वप्नित का ट्राॅमा सेंटर में इलाज चल रहा था, जिसकी शुक्रवार को मौत हो गई थी। पीडि़त परिवार की तहरीर पर पुलिस ने सूरज व उसके अन्य साथियों पर एफआइआर दर्ज की थी। शनिवार रात में पुलिस ने मडिय़ांव गांव से सूरज और गोडिय़नपुरवा से उसके चार नाबालिग साथियों को पकड़ लिया। नाबालिग आरोपितों में तीन 16 वर्ष तथा एक 15 वर्ष का है।