चटपटी चाट और दूध में घुली रबड़ी के शौकीन थे अटल जी
25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की जयंती मनाई जाएगी। सबके चहेते अटल जी की जयंती पर विशेष खबर।
लखनऊ, (अजय श्रीवास्तव)। तहजीब के साथ ही लखनऊ की पहचान खान-पान से भी होती है। नवाबी शहर का खाना भी नवाबी होता है। ऐसे में अगर आप अपने को लखनऊ का बाशिंदा बताते हैं तो यहां के लाजवाब व्यंजन से आप दूर नहीं हो सकते हैं। लखनऊ को अपनी कर्मभूमि बनाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी लखनऊ के खान-पान को अपना लिया था और कुछ चुनिंदा ठिकाने तलाश लिए थे। चटपटा स्वाद उन्हें बहुत पसंद था। लखनऊ की चाट की दुकान से लेकर दूध मलाई की दुकान अटल जी की पसंद बन गई थीं।
नींबू से लिपटी मटर की चाट और ऊपर से बारीक कटी हरी मिर्च। आलू की टिक्की में ऊपर से खट्टी चटनी का तड़का। सुनकर ही मुंह में पानी आ रहा है तो खाने वालों का तो मजा ही कुछ और था। अपनी पुरानी मंडली के साथ बैठकर अटल जी ऐसी ही चाट का मजा लेते थे। अटल जी जब लखनऊ आते थे तो उनके लिए पसंदीदा व्यंजन परोसने की तैयारियां होने लगती थीं। चौक में टिल्लू गुरु दीक्षित के यहां की चाट उन्हें बहुत पसंद थी। अधिकांश बार चाट यहीं से आती थी और लखनऊ आगमन पर टिल्लू दीक्षित की दुकान बंद रही तो फिर चाट का दूसरा ठिकाना लाटूश रोड पर पुराने आरटीओ के सामने पं. रामनारायन तिवारी की चाट की दुकान होती थी।
अटल की आवभगत का इंतजाम लालजी टंडन (अब राज्यपाल बिहार) करते थे लेकिन टंडन के पुत्र और राज्य सरकार में मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपालÓ जी कहते हैं कि अटल जी की चाट में नींबू तो रहता था लेकिन अलग से खट्टी चटनी भी आती थी। कभी कभी वह रामआसरे की चाट भी मंगवाते थे। चाट के बाद अटल जी का पसंदीदा आइटम चौक के राजा की ठंडाई भी थी। लखनऊ आने पर ठंडाई उनके लिए मंगाई जाती थी।
लखनऊ में विहिप नेता पुरुषोत्तम दास भार्गव के घर ही अटल जी का अधिक ठिकाना होता था। भार्गव के पुत्र और भाजपा नेता प्रदीप भार्गव बताते हैं कि अटल जी को महाराष्ट्र का व्यंजन श्रीखंड बहुत पसंद था और जब अटल जी घर आते थे तो माता जी उसे बनाती थी। दूध दही से श्रीखंड बनता है। अटल जी को भोजन के साथ दही बड़ा भी बहुत पसंद था। इसके अलावा अटल जी को चाकलेट वाली आइसक्रीम पसंद थी और खाने के बाद यह आइसक्रीम बहुत चाव से खाते थे। वह कार में बैठकर नरही में पाल दूध के यहां जाते थे। दूध में रबड़ी घोलकर ही पीते थे।
दिल्ली तक जाता था मलाई पान
मलाई पान अटल की को बहुत पसंद था। चौक के बानवाली गली में रामआसरे की पुरानी मिठाई की दुकान से ही उनके लिए मलाई पान जाता था। अटल के लिए तैयार होने वाले मलाई पान में चीनी की मात्रा कम रखी जाती थी। अटल जी जब प्रधानमंत्री हो गए तो मलाई पान पैक होकर दिल्ली जाता था। अटल बिहारी वाजपेयी को रसीली मिठाईयां बहुत पसंद थी, लेकिन कम चीनी वाली खाते थे। छेना भी बहुत पसंद था। हजरतगंज स्थित राम आसरे की दुकान पर भी अटल जी का आना जाना रहता था।