राजनीति के महानायक थे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी : राज्यपाल
1956 में वह आरएसएस के शिक्षा वर्ग में गए थे। उस दिन अटल जी ने अपनी कविता हिंदू तन-मन सुनाई थी। उस समय उनकी उम्र 19 वर्ष थी।
सहारनपुर (जेेएनएन)। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को राजनीति का महानायक बताया। कहा कि संघ के एक कार्यक्रम शामिल होने के बाद वह अटल जी के संपर्क में आए थे और आखिर तक रहे।
शनिवार को सर्वसमाज की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया। इसमें सभी राजनैतिक दलों के नेताओं के अलावा, सामाजिक, व्यापारिक, उद्यमी संगठनों के लोगों ने अटल जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। यहां एक विशेष कार्यक्रम में आए राज्यपाल राम नाईक भी भी वहां श्रद्धाजंलि अर्पित करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनका और अटल जी का संबंध 65 साल से था।
1956 में वह आरएसएस के शिक्षा वर्ग में गए थे। उस दिन अटल जी ने अपनी कविता हिंदू तन-मन सुनाई थी। उस समय उनकी उम्र 19 वर्ष थी। कहा कि 1980 में जब भाजपा बनी और अटल जी इसके अध्यक्ष बने तो मुंबई में इसका पहला अधिवेशन हुआ। वहां अतिथि वक्ता न्यायमूर्ति शंगला ने अपने भाषण में सामने बैठी भीड़ को मिनी भारत बताते हुए कहा था कि भारत के भावी प्रधानमंत्री उनके दाहिनी ओर बैठे हैं। यहीं पर अटल जी ने तीन पंक्ति कही थी कि अब अंधेरा छंटेगा, सूरज उगेगा, अब कमल खिलेगा। उनके कारण ही आज भाजपा की देश के साथ-साथ 20 राज्यों में सरकार है।
इससे पूर्व यहां एक स्कूल में आयोजित शैलीकार सम्मान समारोह के बाद राज्यपाल ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत की। इस दौरान पद्मश्री भारत भूषण ने सहारनपुर से उड़ान की मांग की। नाइक ने कहा कि सहारनपुर उत्तर प्रदेश का प्रमुख नगर है। एयरपोर्ट की स्थापना के बारे में वह केन्द्र और प्रदेश सरकार से स्वयं बात करेंगे।