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विदेशी सीखेंगे औषधीय पौधों का डाटाबेस बनाना, डाइवर्सिटी, डॉक्युमेंटेशन व जीन बैंकिंग होगी शामिल

सीमैप में छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 26 से होगा शुरू।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sun, 25 Nov 2018 04:53 PM (IST)Updated: Sun, 25 Nov 2018 04:53 PM (IST)
विदेशी सीखेंगे औषधीय पौधों का डाटाबेस बनाना, डाइवर्सिटी, डॉक्युमेंटेशन व जीन बैंकिंग होगी शामिल

लखनऊ, जेएनएन । सीमैप विदेशियों को औषधीय एवं सगंध पौधों का डाटाबेस तैयार करने के लिए प्रशिक्षण देगा। साथ ही खेती, प्रसंस्करण, मूल्यवर्धन, गुणवत्ता नियंत्रण, प्रशिक्षण, अनुसंधान एवं विकास, व्यापार, वाणिज्य से जुड़े अनुभव भी साझा किए जाएंगे। 

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सीमैप के निदेशक प्रोफेसर अनिल कुमार त्रिपाठी ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन सोमवार को उपमुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा करेंगे। प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण कल्पना अवस्थी भी इस मौके पर मौजूद रहेंगी। प्रो.त्रिपाठी ने बताया कि सीमैप में हिन्द महासागर तटीय सहयोग संघ (आइओआरए) सदस्य देशों के लिए डाइवर्सिटी, डॉक्युमेंटेशन व जीन बैंकिंग और औषधीय पौधों के लिए डाटाबेस पर अनुभव साझा करेंगे। उन्होंने बताया कि 12 एक्सटर्नल विशेषज्ञों द्वारा पौधों की पहचान, डेटाबेस और दस्तावेज, जीन बैंक, औद्योगिक लिंकेजेस और हर्बल उत्पाद निर्माण पर प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। इस दौरान हर्बल उत्पादों के उत्पादन संबंधी केमिकल इंजीनियरिंग फेसिलिटी तथा सीएसआइआर-सीमैप पायलट प्लांट सुविधा का भ्रमण भी कराया जाएगा। कार्यक्रम में मनोज सेमवाल ने बताया कि केन्या, मॉरीशस, ईरान, मोजाम्बिक, श्रीलंका, मलेशिया, थाईलैंड, दक्षिण अफ्रीका, तंजानिया, सेशेल्स और बांग्लादेश के 28 सदस्य भाग लेंगे।


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