नए क्रिकेटरों के लिए यूपी स्पोट्र्स कॉलेज के दरवाजे हुए बंद
पिछले कई वर्षों में हुए अनियमित एडमिशनों का खामियाजा युवा क्रिकेटरों को उठाना पड़ेगा। इस साल युवा क्रिकेटरों के लिए लखनऊ के प्रतिष्ठित गुरु गोविंद सिंह स्पोट्र्स कॉलेज के दरवाजे बंद रहेंगे। इस साल लखनऊ के स्पोट्र्स कॉलेज समेत गोरखपुर के वीर बहादुर सिंह स्पोट्र्स कॉलेज और सैफई स्पोट्र्स कॉलेज
लखनऊ। पिछले कई वर्षों में हुए अनियमित एडमिशनों का खामियाजा युवा क्रिकेटरों को उठाना पड़ेगा। इस साल युवा क्रिकेटरों के लिए लखनऊ के प्रतिष्ठित गुरु गोविंद सिंह स्पोट्र्स कॉलेज के दरवाजे बंद रहेंगे। इस साल लखनऊ के स्पोट्र्स कॉलेज समेत गोरखपुर के वीर बहादुर सिंह स्पोट्र्स कॉलेज और सैफई स्पोट्र्स कॉलेज में छठी में प्रवेश होना है और प्रवेश फॉर्म जारी कर दिए गए हैं, लेकिन लखनऊ के कॉलेज में सिर्फ चार खेलों में प्रवेश दिया जाएगा। इस लिस्ट में क्रिकेट का नाम शामिल नहीं है।
पिछले वर्षों में क्रिकेट कोटे में अंधाधुंध प्रवेश हुए। मेरिट के साथ सिफारिशी खिलाडिय़ों को भी क्रिकेट में प्रवेश दिया गया। राजनेताओं से लेकर अधिकारियों ने अपने चहेतों को सुरेश रैना और प्रवीण कुमार बनाने की ठान रखी थी। स्पोट्र्स कॉलेज के निजाम ने भी नियमों को ताक पर रखकर गलत तरीके से न सिर्फ प्रवेश लिए बल्कि तय सीमा और कोटे के नियमों की अनदेखी भी की गई। इसी का नतीजा है कि इस साल भी 345 की स्वीकृत क्षमता के बदले 450 से ज्यादा छात्र लखनऊ स्पोट्र्स कॉलेज में हैं। इनमें से भी 196 प्रशिक्षु सिर्फ क्रिकेट में हैं, जिनके लिए सिर्फ दो कोच रखे गए हैं। इसके कारण दो पूर्व प्रिंसिपल कार्रवाई की जद में हैं। वर्तमान प्रिंसिपल को भी नोटिस जारी किया गया था।
इस साल प्रमुख सचिव खेल अनीता भटनागर जैन ने नियमों को सख्ती से लागू करने का आदेश दिया है। उन्होंने मंगलवार को आदेश जारी करके लखनऊ स्पोट्र्स कॉलेज में क्रिकेट में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। उत्तर प्रदेश स्पोट्र्स कॉलेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष के तौर पर प्रमुख सचिव ने लखनऊ में सिर्फ एथलेटिक्स, फुटबॉल, हॉकी और वॉलीबॉल में प्रवेश की अनुमति दी है।
कहां मिलेगा अवसर
गोरखपुर स्पोट्र्स कॉलेज में कुश्ती, जिम्नास्टिक और वॉलीबॉल में बालक एवं बालिकाओं को प्रवेश दिया जाएगा। हॉकी में सिर्फ लड़कियों का एडमिशन होगा। वहीं सैफई में क्रिकेट के साथ एथलेटिक्स, फुटबॉल, कुश्ती, कबड्डी और तैराकी में सिर्फ लड़कियों को प्रवेश दिया जाएगा। जूडो भी लड़कियों के लिए रिजर्व है। बैडमिंटन में ही लड़के और लड़कियां दोनों जोर आजमा सकते हैं।
7350 रुपये होगी फीस
स्पोट्र्स कॉलेजों के लिए 7350 रुपये वार्षिक फीस रखी गई है। 2500 रुपये प्रवेश शुल्क, 1650 विविध व्यय और 2000 रुपये कमिशन के अलावा 1200 रुपये वार्षिक शुल्क के तौर पर लिए जाएंगे। प्रशिक्षण के दौरान आवास, भोजन, किट, खेल सामाग्री, यूनिफॉर्म और चिकित्सा सुविधाएं मुफ्त होंगी।