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उप्र में बाढ़ का कहर जारी, एक महीने में 200 लोगों ने गंवाई जान 1400 घर गिरे

पूरे प्रदेश भर लगभग 1400 मकान अब तक बाढ़ और बारिश की भेंट चढ़ चुके हैं। एक महीने में लगभग 200 लोगों की मौत हो चुकी है तो इतने लोग ही घायल हो चुके हैं।

By Ashish MishraEdited By: Published: Fri, 03 Aug 2018 10:14 AM (IST)Updated: Fri, 03 Aug 2018 10:19 AM (IST)
उप्र में बाढ़ का कहर जारी, एक महीने में 200 लोगों ने गंवाई जान 1400 घर गिरे
उप्र में बाढ़ का कहर जारी, एक महीने में 200 लोगों ने गंवाई जान 1400 घर गिरे

लखनऊ (जेएनएन)।  उप्र के आधे से अधिक हिस्से में आफत की बारिश जारी है। पश्चिमी उप्र को छोड़ समस्त सूबे में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश का क्रम गुरुवार को भी जारी रहा। उफनती नदियों का पानी सैकड़ों गांवों में घुस गया। बाढ़ का पानी से लगभग एक से डेड़ करोड़ आबादी तक पहुंच गया और कटान तेजी से जारी है। सोनभद्र में बंधा टूटने से कई गांव व खेत जलमग्न हो गए। पूरे प्रदेश भर लगभग 1400 मकान अब तक बाढ़ और बारिश की भेंट चढ़ चुके हैं। एक महीने में लगभग 200 लोगों की मौत हो चुकी है तो इतने लोग ही घायल हो चुके हैं। जबकि सैकड़ों की संख्या में जानवर भी प्रभावित हुये हैं। 

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लखीमपुर के नकहा इलाके में शारदा नदी तेजी से कटान कर रही है। पलिया में शारदा खतरे के निशान से करीब डेढ़ मीटर ऊपर बह रही है। इससे इलाके के नयापुरवा समेत कई गांवों में बाढ़ का पानी पहुंचने लगा है। सीतापुर में गुरुवार को घाघरा व शारदा नदियों में करीब दो फुट पानी और बढ़ा है। बसंतापुर, ताहपुर व अन्य तलहटी के गांव में कटान जारी है। प्रभावित परिवार गृहस्थी उठाकर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। मेउड़ी छोलहा ग्राम पंचायत के मजरा पासिनपुरवा का अस्तित्व शारदा ने समाप्त कर दिया है। अब इस गांव में कोई भी परिवार नहीं है। संबंधित सभी परिवार दूलामऊ, ताहपुर, बजहा आदि गांव में पलायन कर गए हैं।

बहराइच में बाढ़ जैसे हालात बन गए। एनडीआरएफ की टीम गांव में रेस्क्यू कर रही है। महिला-पुरुषों समेत पानी में फंसे 85 लोगों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। बारिश के दौरान गिरी दीवार से महिला घायल हो गई। श्रावस्ती में बारिश से दो घर गिर गए हैं। बाराबंकी में घाघरा नदी का जलस्तर दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से बढ़ रही है। नकहरा के पास एल्गिनब्रिज चरसड़ी तटबंध का ङ्क्षरग तटबंध कट रहा है। दीवार गिरने से एक महिला की मौत हो गई। गोंडा में बारिश के दौरान हुई दुर्घटनाओं में तीन की मौत हो गई। बलरामपुर में गौरा-तुलसीपुर मार्ग स्थित दतरंगवा व भुसैलवा डिप पर पानी का बहाव तेज होने से वाहनों का आवागमन ठप हो गया है। करमहना के पास कटान जारी है। फैजाबाद के रुदौली में दुर्गीपुरवा व सहजना का संपर्क मार्ग टूट गया। उमापुर-रेछघाट मार्ग भी धंस गया। हरदोई व अंबेडकरनगर में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।

बांदा में देहात कोतवाली के पिपरी गांव में महिला और उसकी नातिन दीवार गिरने से मलबे में दब गईं। दोनों की जिला अस्पताल में मौत हो गई। इटावा में यमुना, फर्रूखाबाद और उन्नाव में गंगा, राम गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। फतेहपुर के मलवां ब्लाक के कटरी इलाकों में कई कच्चे मकान पानी में बह गए। हमीरपुर और में यमुना और बेतवा का जलस्तर बढ़ गया है। कानपुर नगर में बारिश का सिलसिला चौथे दिन भी जारी रहा। उधर, पांडु नदी में आई बाढ़ के कारण टिकरा, मेहरबान सिंह का पुरवा, गुजैनी आदि जगहों पर लोगों के घरों में पानी घुस गया है। बिठूर में नोन नदी का पानी भी कई गांवों में घुस गया है। पूर्वांचल में बूंदाबांदी जारी रही। गुरुवार को मीरजापुर के कछवां थाना के पसियाही गांव में बारिश के दौरान दीवार गिरने से वृद्धा और चंदौली के चकिया में बच्चे की मौत हो गई। मऊ में घाघरा उफान पर है तो बलिया व आजमगढ़ में नदी कटान भी कर रही है। भदोही, मीरजापुर, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया आदि जिलों में तटवर्ती इलाके लोग दहशत में हैं। संगमनगरी इलाहाबाद और कौशांबी में गुरुवार सुबह भी बारिश हुई। मेजा क्षेत्र में कच्चा घर गिरने पर दबने से बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। इलाहाबाद फैजाबाद हाईवे के किनारे दर्जनों मकानों में पानी घुस गया। सड़क पर पेड़ गिरने से आवागमन बाधित रहा।

सोनभद्र के राबट््र्सगंज विकास खंड के वेलकप ग्राम पंचायत में स्थित बलुई बंधी कुरुहूल माइनर के समीप गुरुवार सुबह बलुई बंधा टूट गया। आस-पास के छह गांवों में पानी घुस गया। प्रशासन ने इन गांवों को खाली करा दिया। सैकड़ों हेक्टेयर खेत जलमग्न हो गए। खतरे की आशंका को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम को बुला लिया गया।

पश्चिमी उप्र के मथुरा में यमुना का पानी पानीघाट इलाके की कालोनी घुस गया। लोग अपना सामान बांधकर सुरक्षित इलाकों की ओर रवाना हो रहे हैं। फीरोजाबाद में कटान तेजी से हो रहा है। कासगंज में गंगा नदी का पानी निकटवर्ती खेतों में घुस गया। मैनपुरी तीन मकान धराशाई हो गए। एक मकान के मलबे में वृद्ध की मौत हो गई। सम्भल में अजीतपुर के प्राथमिक विद्यालय भवन की छत और समोदिया में कच्चा मकान गिर गया। पीलीभीत के ग्राम गोपीपुरा में खपरैल गिरने से वृद्धा की मौत हो गई। बदायूं में गांव सिसरका में मकान की छत ढह गई। मलबे में दबकर दो बच्चों समेत चार लोग जख्मी हो गए। शाहजहांपुर में विभिन्न स्थानों पर दीवारें गिरने से आठ लोग घायल हो गए। जलालाबाद के रघुनाथपुर व रामपुर वैन गांव के बीच बहगुल नदी के पुल के दोनों ओर सड़क धंसने से आवागमन प्रभावित हो गया।  


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