उत्तर प्रदेश की कई नदियां लाल निशान के पार, गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर हो रही झमाझम बारिश के चलते सड़कें जलमग्न हो गई हैं जबकि कई गांवों में बाढ़ का पानी घुसने से लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई है।
लखनऊ(जेएनएन)। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर हो रही झमाझम बारिश के चलते सड़कें जलमग्न हो गई हैं जबकि कई गांवों में बाढ़ का पानी घुसने से लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई है। लोग पलायन कर रहे हैं। अवध क्षेत्र की नदियां उफान पर हैं। शारदा, मोहाना, घाघरा, सरयू व राप्ती नदियां लाल निशान के ऊपर बह रही हैं। लखीमपुर में मोहाना तो गोंडा में घाघरा का पानी कई गांवों में घुस गया है। कई जगह पर कटान तेज हो गई है और सड़कों पर पानी चलने से आवागमन बाधित है। बहराइच में सरयू नदी में डूबकर दो कांवडिय़ों की मौत हो गई।
लखीमपुर के तिकुनिया क्षेत्र में बहने वाली मोहाना नदी उफान पर है। बाढ़ का पानी घुसने से टांडा, रघुनंदनपुरवा, खजुवा, नयापिंड आदि गांव टापू बन गए हैं। ग्राम मुझाह, रामनगर, बरसोला कलां, फोवारीबाबा, रननगर, इंदरनगर, दारबोजी, सूरतनगर आदि गांवों की सीमा में घुसे बाढ़ के पानी में फसलें डूब गई हैं। सीतापुर के बेहटा के रतौलीडीह में पिछले आठ दिनों से बड़े स्तर पर शारदा कटान कर रही है। 35 परिवारों के घर कटकर शारदा में बह गए हैं। गोंडा में बाढ़ का पानी तीन और गांव में घुस गया है, जिससे अब तक 13 गांवों मेें पानी पहुंच गया है। सरयू व घाघरा दोनों नदियों का जलस्तर लाल निशान से ऊपर है। बहराइच में घाघरा की बाढ़ के पानी से 30 गांव घिर गए हैं। बाराबंकी में घाघरा का जलस्तर बढऩे से तटवर्ती गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। श्रावस्ती में दो दर्जन से अधिक गांव राप्ती की बाढ़ से घिरे हैं। रायबरेली के महाराजगंज में नइया का गंगा का जलस्तर बढऩे से सड़क पर पानी आ गया है तथा बसकटा गांव का संपर्क कट गया है। अंबेडकरनगर में बाढ़ से नदी के बीच बसे मांझा उल्टाहवा गांव की दो हजार की आबादी घिरी हुई है। बुंदेलखंड में मौसम साफ रहा जबकि कानपुर में बारिश होती रही। कानपुर देहात में बाढ़ के बाद बीमारियां फैलने लगी हैं। रसूलाबाद क्षेत्र में संक्रामक बीमारी से एक किशोरी की मौत हो गई। महोबा में बीमारी के चलते अधेड़ ने दम तोड़ दिया।
स्कूल भवन पर पड़ोस का मकान गिरा
कन्नौज के गांव भुन्ना में रविवार रात प्राथमिक स्कूल भवन पर पड़ोस का मकान गिर गया। इससे स्कूल की चहारदीवारी ध्वस्त हो गई। उन्नाव में गंगा का जलस्तर 13 सेमी.घटकर 111.790 मीटर पर पहुंच गया। जिले में कुछ क्षेत्रों में ही बारिश हुई। फर्रुखाबाद में रामगंगा के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई। इलाहाबाद में बारिश थमने से तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है। पूर्वांचल के कुछ जिलों में बूंदाबांदी हुई। मऊ, बलिया और आजमगढ़ में घाघरा उफान पर होने से कटान की भी स्थिति पैदा हो गई है जिससे तटवर्ती इलाकों में लोग अब पलायन करने लगे हैं। मुरादाबाद में ठाकुरद्वारा स्योहारा मार्ग पर सुरजन नगर में फीका नदी पर बना पुल पानी के बहाव में धंस गया। इसकी वजह से ठाकुरद्वारा, हरिद्वार, बिजनौर, धामपुर कालागढ़, हरिद्वार मार्ग पर वाहनों का संचालन बंद हो गया है। वाहनों को ठाकुरद्वारा से काशीपुर जसपुर होकर गुजारा जा रहा है। दिल्ली व हरिद्वार के लिए रोडवेज बस को रोक दिया गया है।
राप्ती उफनाई, छह जिलों में अलर्ट
प्रदेश स्तरीय बाढ़ कंट्रोल रूम ने सोमवार शाम चार बजे के करीब अलर्ट जारी किया। छह जिलों को अलर्ट मोड में रहने के लिए निर्देशित किया गया है। यह जिले बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, संतकबीर नगर, गोरखपुर व देवरिया है। केंद्रीय सिंचाई विभाग कंट्रोल रूम लखनऊ ने अलर्ट जारी करते हुए कहा कि सोमवार दोपहर राप्ती नदी ने बलरामपुर जिले के सितई घाट पर खतरे का निशान पार कर लिया है। इस समय नदी 104.62 मीटर पर बह रही है। इसके पानी में निरंतर बढ़ाव जारी है। अलर्ट के सभी जिलों में सुरक्षात्मक कार्य पूरे करने के लिए निर्देशित किया गया है। डीएम कुणाल सिल्कू ने कहा कि अलर्ट को लेकर प्रशासन ने तैयारी कर ली है।