लखनऊ में लोगों की जेब पर Heavy पड़ेगी Light House की खरीद, निर्माण की लागत से महंगे होंगे फ्लैट
लाइट हाउस प्रोजेक्ट को लेकर राज्य नगरीय विकास अभिकरण (सूडा) की तरफ से गाइड लाइन जारी की गई है। इसमे पात्रता से लेकर आवंटन की प्रक्रिया से जुड़ी जानकारियां दी गई है। भवन मूल्य में वृद्धि होने पर वृद्धि का वहन लाभार्थी के द्वारा किया जाएगा।
लखनऊ [अजय श्रीवास्तव]। अगर आप लाइट हाउस खरीदने का मन बना रहे हैं तो कुछ अतिरिक्त रकम का इंतजाम करके चलिए। फ्लैट के निर्माण पर अगर महंगाई की मार दिखी तो यह खर्च लाभार्थी को ही वहन करना पड़ सकता है। हालांकि प्रदेश सरकार यह भी विचार कर रही है कि यह अतिरिक्त रकम लाभांश और लाभार्थी से बराबर से ली जाए।
लाइट हाउस प्रोजेक्ट को लेकर राज्य नगरीय विकास अभिकरण (सूडा) की तरफ से गाइड लाइन जारी की गई है। इसमे पात्रता से लेकर आवंटन की प्रक्रिया से जुड़ी जानकारियां दी गई है। पेज नंबर दो पर योजना के विवरण में साफ किया गया है कि भवन मूल्य में वृद्धि होने पर वृद्धि का वहन लाभार्थी के द्वारा किया जाएगा।
प्रधानमंत्री आवास योजना सबके लिए आवास (शहरी) में देश के छह शहरों में लखनऊ को भी चुना गया था, यहां कम कीमत के लाइट हाउस बनाने जाने हैं। नई तकनीकि से बनने वाले लाइट हाउस में बड़ी सब्सिडी भी सरकार दे रही है।
लखनऊ में कनाडा की तकनीक से बनेंगे लाइट हाउस
14 मंजिला 1040 लाइट हाउस में कनाडा की प्री-कॉस्ट तकनीकि का उपयोग होगा। तैयार मैटेरियल से ढांचा खड़ा करने के साथ ही पूर्व से निर्मित दीवारों का उपयोग होगा। इन दीवारों को प्लास्टर और पेंट करने की भी जरूरत नहीं होगी।
वरीयता
- वर्टिकल वरीयता
- अनुसूचित जाति 21 प्रतिशत
- अनुसूचित जनजाति दो प्रतिशत
- अन्य पिछड़ा वर्ग 27 प्रतिशत
- हारिजेंटल वरीयता
- दिव्यांगजन पांच प्रतिशत (भूतल के भवन व ïफ्लैट)
- विधवा व एकल महिला आठ प्रतिशत
- उभयलिंगी पांच प्रतिशत
- अल्पसंख्यक अन्य पिछड़ा वर्ग में पूर्व से अनुमन्य हैं
- वरिष्ठ नागरिक दस प्रतिशत (भूतल के भवन व फ्लैट)
यह है योजना
रायबरेली रोड पर आवास विकास परिषद की अवध विहार योजना के सेक्टर-पांच में भूखंड संख्या जी-एच -4 की दो हेक्टेयर भूमि पर लाइट हाउस बनाए जाएंगे। आवास विकास परिषद ने पहले से ही सड़क, सीवर, जलापूर्ति और बिजली की व्यवस्था कर रखी है।
- कुल 1040 फ्लैट का निर्माण होगा।
- 34.50 वर्गमीटर कॉरपेट एरिया है।
- भवन का सुपर एरिया 38.38 वर्गमीटर।
- भवन की कुल लागत 12,58,654 रुपये।
- केंद्रीय अंशदान 5. 50 लाख रुपये राज्य सरकार का अंशदान 2.33 लाख रुपये
- लाभार्थी को 4,75,654 रुपये ही देना होगा।
- आवंटन होने पर लाभार्थी को 30 दिन के भीतर 45 हजार रुपये और शेष रकम 4,25,654 रुपये तीन सामान किश्तों में देना होगा
- अधिक लाभार्थी आने पर लाटरी से होगा आवंटन
- 34 सवालों का जवाब देना होगा।
- शपथ पत्र पर 10 दस बिंदुओं को भरना होगा।
लखनऊ में इन फ्लैटों का निर्माण के लिए मेसर्स जैम सस्टेनेबल हाउसिंग एलएलपी का चयन किया गया है।
तीन माह में अनापत्तियां और क्लीयरेंस प्राप्त करते हुए शेष बारह माह में इसका निर्माण पूरा करना होगा।
यह होंगे पात्र
- आवेदन करने वाले के नाम से अथवा उनके परिवार में पति, पत्नी और आश्रित बच्चों के नाम देश के किसी भी भाग में पक्का मकान नहीं होना चाहिए
- दुर्बल आय वर्ग श्रेणी वाले सालाना तीन लाख रुपये की आय वाले ही आवेदन कर सकेंगे।
- योजना चालू होने से छह माह पूर्व जारी आय प्रमाण पत्र मान्य नहीं होगा।