ग्राम प्रधान की अनूठी पहल : बाराबंकी के चंदवारा में खुला मॉस्क और साबुन बैंक
पंडित दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार के लिए चयनित ग्राम पंचायत की ग्राम प्रधान ने की पहल। सक्रिय मनरेगा श्रमिकों बीपीएल परिवारों और निराश्रितों को निश्शुल्क वितरण।
बाराबंकी, जेएनएन। चायत के लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए बाराबंकी जिले के मसौली ब्लॉक की चंदवारा पंचायत में सोमवार को मास्क और साबुन का मसौली ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी रामेंद्र कुशवाहा ने शुभारंभ किया। पंचायत कार्यालय में खुले इस बैंक से मनरेगा श्रमिकों, निराश्रित और बीपीएल परिवारों को निश्शुल्क मास्क और साबुन का वितरण किया जाएगा। यह नई पहल करने वाली ग्राम प्रधान प्रकाशिनी जायसवाल का कहना है कि मेरी जानकारी के मुताबिक यह सूबे का ऐसा पहला मास्क और साबुन बैंक है।
खास बात है कि इस बैंक में मास्क की उपलब्धता ग्राम प्रधान ने स्वयं के संसाधनों और हिन्दुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड ने साबुन उपलब्ध कराए हैं। शुरुआती दौर में चार हजार साबुन और पांच हजार मास्क मंगाए गए हैं। शुभारंभ के मौके पर ग्राम पंचायत सचिव विकास पाण्डेय, यूनिसेफ की सबा फातिमा, रितुराज जायसवाल, रोजगार सेवक प्रभा देवी, नफीस आलम, निजामुद्दीन सहित आदि मौजूद रहे। गौरतलब है कि विकासोन्मुख सोच के चलते ही पंचायत का लगातार तीसरी बार पंडित दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। इसके अलावा नानाजी देशमुख पुरस्कार के लिए पंचायत का चयन हुआ है।
समूह की महिलाओं को मिल रहा रोजगार
ग्राम प्रधान प्रकाशिनी जायसवाल का कहना है कि यह प्रदेश का पहला मास्क और साबुन बैंक होगा, जहां से मनरेगा श्रमिकों, बीपीएल परिवारों और श्रमिकों को निश्शुल्क मास्क का वितरण किया जा रहा है। बताया कि करीब पांच हजार मास्क पंचायत के तीन स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से बनवाए जा रहे हैं। इसके लिए कपड़ा देने के साथ उन्हें प्रति मास्क चार रुपये दिए जाएंगे। बताया, पंचायत कार्यालय से प्रत्येक रविवार की सुबह 11 से दोपहर दो बजे के मध्य निश्शुल्क वितरण किया जाएगा।
दो साल पहले की थी साइकिल बैंक की स्थापना
ग्राम प्रधान प्रकाशिनी जायसवाल ने बताया कि संसाधन के अभाव में जो बालिकांए बीच में ही पढ़ाई छोड़ देती थीं। उनको खुशहालपुर और सफदरगंज जाने के लिए वर्ष 2018 में साइकिल बैंक की स्थापना सामुदायिक सहयोग के आधार पर की गई थी। इससे बीस छात्राएं लाभान्वित हो रही हैं। वहीं फरवरी माह में महिंद्रा और महिंद्रा के सहयोग से करीब 18 लाख की लागत पंचायत में पोषण वाटिका स्थापित की गई। इससे अब 200 जरूरतमंद लोग लाभान्वित हो रहे हैं। इसमें गर्भवती महिलाएं विशेष तौर पर शामिल हैं।
जिलाधिकारी डॉ. आदर्श सिंह ने बताया कि चंदवारा पंचायत की ओर से मास्क और साबुन बैंक की स्थापना जैसी सराहनीय पहल की गई है। अन्य पंचायतों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए।
फैक्ट फाइल
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- आबादी : करीब 4465
- बैंक की स्थापना पर क्या आएगा खर्च : 60 हजार
- ग्राम पंचायत में कितने में आए हैं प्रवासी : 47
- कुल मनरेगा श्रमिक पंजीकृत : 925, सक्रिय : 375
- बीपीएल परिवार : 125