रोहतास बिल्डर ने दोगुने धनराशि का झांसा देकर की ठगी, मुकदमा दर्ज
हजरतगंज कोतवाली में कराई एफआइआर। पहले रकम दोगुनी करने का झांसा दिया फिर प्लॉट देने को कहा।
लखनऊ, जेएनएन। रोहतास प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर 37 लाख ठगी का मामला सामने आया है। सेक्टर पी अलीगंज निवासी अजय कुमार चतुर्वेदी ने हजरतगंज कोतवाली में जालसाजी समेत आइपीसी की अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
अजय चतुर्वेदी का आरोप है कि उन्होंने 21 मार्च 2013 को रोहतास प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अकाउंट में 15 लाख रुपये जमा कराए थे। तीस महीने में कंपनी ने दोगुने धनराशि का झांसा देकर तीस लाख रुपये वापस देने का वादा किया था। इसके बाद 37 लाख की धनराशि देने को कहा। जब समय पूरा हुआ तो धनराशि की मांग की, जिसपर धनराशि के बदले प्लॉट देने को कहा।
अजय ने वर्ष 2013 में 15 लाख का चेक कंपनी में जमा किया था। जिसके बाद 30 मार्च 2013 को स्टांप पेपर पर मेसर्स रोहतास प्राइवेट लिमिटेड के नितिन भाटिया की ओर से एग्रीमेंट किया गया। 2016 में जिस स्थान पर प्लॉट देने का वादा किया गया था, वहां मौके पर जाने पर जमीन ही नहीं बची थी। शिकायत करने पर 21 दिसंबर 2015 को कंपनी के पीके राव की ओर से दूसरा एग्रीमेंट किया गया। इसमें सुलतानपुर रोड पर 150 स्क्वायर यार्ड के दो एग्रीमेंट किए गए।
यहां भी प्लॉट न मिलने पर कंपनी में रकम वापसी के लिए आवेदन किया, जिसमें एक लाख का चेक दिया गया, जो बाउंस हो गया। जिसके बाद अजय रोहतास प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर पीयूष रस्तोगी से पांच से छह बार मिले। उन्होंने आश्वासन दिया कि आपके खाते में पैसे डाल दिए जाएंगे लेकिन अभी तक धनराशि वापस नहीं हुई।