किशोरी की हत्या में तीन माह बाद एफआइआर, बहन ने जताई दुष्कर्म की आशका
लखीमपुर खीरी की रहने वाली थी, आरोपित अब भी फरार।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। लखीमपुर निवासी एक सत्रह वर्षीय किशोरी को तीन महीने पहले अगवाकर गुडंबा थाना क्षेत्र में उसकी हत्या कर दी गई। हत्यारोपितों ने किशोरी के शव को एक झोपड़े में बास के सहारे लटकाकर पूरी घटना को आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया।
किशोरी की बहन पिछले तीन महीने से दो हत्यारोपितों के खिलाफ एफआइआर कराने के लिए लखीमपुर से लेकर लखनऊ तक चक्कर काट रही थी। अफसरों के चौखट के कई चक्कर काटने के बाद मंगलवार को गुडंबा थाने में दो लोगों के खिलाफ हत्या और साक्ष्य छुपाने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज हुई। किशोरी की बहन ने दुष्कर्म की भी आशका जताई है। इंस्पेक्टर गुडंबा धर्मेश कुमार शाही के मुताबिक, जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, उनमें लखीमपुर खीरी के रसूलपुर गाव निवासी सोनू व रेहुवा गाव निवासी सरोज वर्मा हैं, जो अब तक फरार हैं। इंस्पेक्टर का दावा है कि किशोरी के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फासी लगाने की पुष्टि हुई थी। उधर, महिला का आरोप है कि उनकी बहन को मारकर लटकाया गया इसीलिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग आई है। महिला का आरोप है कि घटना के बाद ही थाने में तहरीर दी थी, लेकिन तब आरोपितों पर मुकदमा नहीं दर्ज हुआ। अब उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
महिला ने गुडंबा थाने में दी गई तहरीर में कहा है कि उसकी बहन को सरोज और सोनू ने बीस मई को लखीमपुर से अगवा किया। तीस मई को महिला को सूचना मिली कि गुडंबा क्षेत्र में उसकी बहन की हत्या कर शव को एक खाली झोपड़े में फासी पर दुपट्टे के सहारे बास से लटका दिया गया है। महिला ने मौके पर पहुंचकर घटना की सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम तो कराया, लेकिन एफआइआर नहीं दर्ज की।
इंस्पेक्टर ने लखीमपुर का मामला बताकर झाड़ा पल्ला:
इंस्पेक्टर गुडंबा धर्मेश कुमार शाही के मुताबिक किशोरी को ईसानगर थाना जिला लखीमपुर से अगवा किया गया था, मुकदमा वहीं दर्ज होना चाहिए था। उन्होंने बताया कि गुडंबा थाने में दो आरोपितों के खिलाफ मुकदमा तो दर्ज कर लिया गया है, लेकिन केस ईशानगर थाने स्थानातरित कर दिया जाएगा।