Fight Against Corona Virus : UP में कोरोना जांच के लिए 5 और लैब, अब रोज 2 हजार नमूनों की जांच
Fight Against Corona Virus यूपी में पांच और मेडिकल कॉलेजों व चिकित्सा संस्थान की मॉलिक्यूलर लैब को कोरोना वायरस की जांच करने के लिए आईसीएमआर ने हरी झंडी दे दी है।
लखनऊ, जेएनएन। Fight Against Corona Virus : यूपी में पांच और मेडिकल कॉलेजों व चिकित्सा संस्थान की मॉलिक्यूलर लैब को कोरोना वायरस की जांच करने के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने हरी झंडी दे दी है। इस तरह अब प्रतिदिन 475 और लोगों की जांच की जा सकेगी। इस तरह 14 सरकारी लैब में अब प्रतिदिन दो हजार संदिग्ध मरीजों के नमूने जांचें जा सकेंगे। इसके अलावा एक निजी लैब डॉक्टर आरएमएल मेहरोत्रा मे भी जांच की जा रही है।
संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. विकास इंदु अग्रवाल ने बताया कि डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ की लैब में प्रतिदिन 125 नमूने, इंडियन वेटरिनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (आइवीआरआइ) बरेली में प्रतिदिन 200 नमूने , मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्रयागराज की लैब में प्रतिदिन 50 नमूने, एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा की लैब में प्रतिदिन 50 नमूने, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल नोएडा की लैब में प्रतिदिन 50 नमूने जांचे जा सकेंगे। इस तरह पांच लैब बढऩे से 475 नमूने और जांचे जा सकेंगे।
अभी तक केजीएमयू लखनऊ में 300, जेएन मेडिकल कॉलेज एएमयू अलीगढ़ में 115, आइएमएस बीएचयू वाराणसी में 300, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज मेरठ में 115, संजय गांधी पीजीआई लखनऊ में 200, बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में 230, यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल कॉलेज सैफई इटावा में 115, एमएलबी मेडिकल कॉलेज झांसी की लैब में 50 और कमांड हॉस्पिटल लखनऊ में 100 नमूने जांचे जा रहे हैं इस तरह अभी तक कुल 1525 नमूने प्रतिदिन जांचे जा रहे थे। अब 475 नमूने और जांचे जाने से यह संख्या बढ़कर दो हजार हो जाएगी।
ग्रेटर नोएडा और सहारनपुर में भी खुलेंगे कोविड-19 जांच केंद्र
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोरोना संदिग्धों की तेजी से जांच करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अब ग्रेटर नोएडा और सहारनपुर में नई लैब शुरू करने की योजना बनाई है। इसके लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) से मंजूरी ली जाएगी। दरअसल, ग्रेटर नोएडा और सहारनपुर में बड़ी संख्या में रोगी मिल रहे हैं। ऐसे में यहां भी कोरोना वायरस की जांच के इंतजाम किए जा रहे हैैं। वहीं दूसरी ओर आयुष विभाग को ऐसा मोबाइल एप डवलप करने का जिम्मा सौंपा गया है, जो लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के जरूरी उपाय सुझाए। प्रदेश में अब तक लेवल वन के 78 कोविड-19 अस्पताल, लेवल टू के 64 अस्पताल और लेवल थ्री के छह विशेष अस्पताल तैयार किए जा चुके हैं।