Fight Against Corona Virus : उत्तर प्रदेश की 10 लैब होंगी अपग्रेड, मिलेंगे जांच के बेहतर नतीजे
Fight Against Corona Virus योगी सरकार ने 10 मेडिकल कॉलेजों की मॉलीकुलर लैब को बायो सेफ्टी लेवल थ्री की लैब में अपग्रेड करने का निर्णय लिया है।
लखनऊ, जेएनएन। यूपी में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच जांच की सुविधाओं में तेजी से इजाफा किया जा रहा है। राज्य की योगी सरकार ने 10 मेडिकल कॉलेजों की मॉलीकुलर लैब को बायो सेफ्टी लेवल (बीएसएल) लेवल थ्री की लैब में अपग्रेड करने का निर्णय लिया है। इसके चलते नमूने और सुरक्षित ढंग से जांचे जा सकेंगे। जांच करने वालों में संक्रमण का खतरा बहुत कम होगा और रिपोर्ट भी ज्यादा सटीक आएगी। वहीं पांच मेडिकल कॉलेजों में कोरोना वायरस की जांच की सुविधा शुरू होने जा रही है। ऐसे में अब कुल 15 प्रयोगशालाओं में जांच होगी। इसके लिए इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) से अनुमति मिल गई है। आगे नौ और लैब खोलकर कुल 24 लैब की जाएंगी।
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग को इसके लिए राज्य स्तर पर बने कोविड-19 फंड से रकम दी जाएगी। फिलहाल जिन 10 मेडिकल कॉलेजों में लैब को अपग्रेड कर किया जाएगा, उनमें संजय गांधी पीजीआई लखनऊ, केजीएमयू लखनऊ, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज मेरठ, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज, एमएलबी मेडिकल कॉलेज झांसी, बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर, यूपी यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेस सैफई इटावा, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर ,जेएन मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ और लखनऊ की निजी लैब आरएमएल मेहरोत्रा शामिल है। वहीं पांच नई लैब डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ, आगरा मेडिकल कॉलेज कानपुर मेडिकल कॉलेज, सुपर स्पेशियलिटी संस्थान नोएडा और आइवीआरआइ बरेली भी शामिल हैं।
अब दो हजार नमूने जांचें जा सकेंगे।
यूपी में 10 लैब अपग्रेड होने और पांच नई लैब खुलने से जांच का दायरा और बढ़ जाएगा। अभी तक प्रतिदिन 1350 नमूनो की जांच हो रही है। जल्द ही दो हजार नमूनों की जांच हो सकेगी। जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज नहीं हैैं, वहां कलेक्शन सेंटर बनाए जाएंगे।