Farmers Protest in UP: किसानों के आंदोलन के पक्ष में अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी वाड्रा, किसानों के उत्पीड़न की निंदा
Farmers Protest in UP केंद्र सरकार के कृषि संशोधन विधेयक के विरोध में अखिलेश यादव के साथ ही प्रियंका गांधी वाड्रा ने पहले भी विरोध प्रकट किया था। उत्तर प्रदेश का भारतीय किसान यूनियन भी पंजाब व हरियाणा के किसानों के इस बड़े विरोध के समर्थन में है।
लखनऊ, जेएनएन। Farmers Protest in UP: केंद्र सरकार के कृषि संशोधन विधेयक के विरोध में पंजाब तथा हरियाणा के किसानों के बड़े आंदोलन के पक्ष में उत्तर प्रदेश के विपक्षी दल भी उतर आए हैं। पंजाब व हरियाणा के किसानों के आंदोलन को उत्तर प्रदेश में भारतीय किसान यूनियन पूरा समर्थन दे रहा है। प्रदेश में कई जगह पर हाई-वे पर जाम लगा है, इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसा है।
केंद्र सरकार के कृषि संशोधन विधेयक के विरोध में अखिलेश यादव के साथ ही प्रियंका गांधी वाड्रा ने पहले भी विरोध प्रकट किया था। उत्तर प्रदेश का भारतीय किसान यूनियन भी पंजाब व हरियाणा के किसानों के इस बड़े विरोध के समर्थन में है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस बिल का जमकर विरोध किया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि अमीरों की पक्षधर भाजपा अब गरीब हलधर का दर्द क्या जाने। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने इस बिल को लेकर यूपी सरकार पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सभी एक्सप्रेस-वे को अमीर दोस्तों देने की तैयारी है। इनको जमीन लीज पर देकर फायदा पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
यहां पर मनमाना टोल वसूलकर जनता का शोषण होगा। समाजवादी पार्टी की सरकार आने पर इस घोटाले की जांच होगी। किसानों का उत्पीडऩ करने वाली उत्तर प्रदेश सरकार अब सभी एक्सप्रेस-वे को अमीर दोस्तों को सौंपने की तैयारी में है। लीज पर देकर लोन लेने के घोटाले से सरकार जिन लोगों को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रही है, वो मनमाना टोल वसूलकर जनता का शोषण ही करेंगे। सपा की सरकार आने पर इस महाघोटाले की जांच होगी। यह सरकार है या सेल्समैन।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि सरकार की विनाशकारी कृषि नीति के विरूद्ध अपना विरोध प्रकट करने के लिए अन्नदाता किसानों के खिलाफ भाजपा सरकार आंसू गैस व वाटर कैनन जैसे हिंसक मनोवृति के साधनों से प्रहार कर रही है। यह घोर निंदनीय है। किसानों की आवाज दबाने के लिए पानी बरसाया जा रहा है। सड़कें खोदकर रोका जा रहा है, लेकिन सरकार उनको यह दिखाने और बताने के लिए तैयार नहीं है कि एमएसपी का कानूनी हक होने की बात कहां लिखी है।
एक देश, एक चुनाव की चिंता करने वाले प्रधानमंत्री जी को एक देश, एक व्यवहार भी लागू करना चाहिए। किसानों से समर्थन मूल्य छीनने वाले कानून के विरोध में किसान की आवाज सुनने की बजाय भाजपा सरकार उन पर भारी ठंड में पानी की बौछार मारती है। किसानों से सबकुछ छीना जा रहा है और पूंजीपतियों को थाल में सजा कर बैंक, कर्जमाफी, एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन बांटे जा रहे हैं।