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कारगिल दिवस पर धरने पर बैठा शहीद सहायक कमांडेंट विवेक सक्सेना का परिवार, 18 साल से नहीं मिली अनुग्रह रा‍शि और जमीन का आवंटन

शहीद का परिवार 18 वर्षों से लगातार शासन प्रशासन के चक्कर कर रहा है बावजूद इसके इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। समाधान दिवस पर न्याय पाने की गुहार लगाई लेकिन उन्हें महज आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।

By Rafiya NazEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 09:20 AM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 09:20 AM (IST)
शहीद सहायक कमांडेंट विवेक सक्सेना के परिवार को नहीं मिली अनुग्रह राशि।

लखनऊ, संवादसूत्र। शहादत के बाद शहीद के परिवार जनों को सरकार द्वारा घोषित मिलने वाले लाभ(सम्मान) के लिए वर्षों से वंचित शहीद सहायक कमांडेंट का परेशान परिवार सोमवार को सरोजनीनगर के कृष्णा लोक कॉलोनी स्थित शहीद सहायक कमांडेंट विवेक सक्सेना के स्मारक स्थल पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। शहीद का परिवार 18 वर्षों से लगातार शासन प्रशासन के चक्कर कर रहा है बावजूद इसके इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

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शहीद की मां सावित्री देवी अपने बेटे रंजीत सक्सेना के साथ कई बार वरिष्ठ अधिकारियों, तहसील प्रशासन और आयोजित होने वाले तहसील समाधान दिवस पर न्याय पाने की गुहार लगाई, लेकिन उन्हें महज आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। सावित्री देवी ने बताया कि उनका बेटा काफी बहादुर था। पुत्र विवेक सक्सेना सीमा सुरक्षा बल में असिस्टेंट कमांडेंट के रूप में कार्यरत थे। 8 जनवरी वर्ष 2003 को मणिपुर में जनपद चंदेल के गांव साजिक़ तंपक में करीब ढाई सौ उग्रवादियों से सीधी टक्कर लेते हुए कई उग्रवादियों को मार गिराया और और उग्रवादियों से लड़ते-लड़ते विवेक शहीद हो गए थे।

भारत सरकार द्वारा उनकी शहादत के बाद उनके इस अदम्य साहस को देखते हुए शौर्य चक्र और पुलिस मेडल से सम्मानित किया था। सरकार ने ग्राम सभा में भूमि का आवंटन और एकमुश्त राशि समेत अन्य लाभ दिए जाने की घोषणा भी की थी लेकिन सरकार द्वारा घोषित कोई भी लाभ आज तक नहीं दिए गए जबकि बीते 18 वर्षों से तमाम अधिकारियों को इस संबंध में पत्राचार किए कई बार तहसील दिवस में भी गुहार लगाई लेकिन इस ओर आज तक कोई ध्यान नहीं दिया गया। इतने वर्ष बीत जाने के बावजूद शासन प्रशासन की अनदेखी के कारण मजबूर होकर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।


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