Move to Jagran APP

बोर्ड का बिगुल : भूगोल में सरकार की परियोजनाओं को भी अच्छे ढंग से कर लें तैयार, इन बातों का रखें विशेष ध्यान

बोर्ड का बिगुल भूगोल के विषय विशेषज्ञ प्रवक्ता बीएल यादव ने परीक्षार्थियों की भ्रांतियां दूर कीं और सफल एवं टॉपर बनने के टिप्स भी दिए।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Mon, 03 Feb 2020 10:47 AM (IST)Updated: Mon, 03 Feb 2020 10:47 AM (IST)
बोर्ड का बिगुल : भूगोल में सरकार की परियोजनाओं को भी अच्छे ढंग से कर लें तैयार, इन बातों का रखें विशेष ध्यान
बोर्ड का बिगुल : भूगोल में सरकार की परियोजनाओं को भी अच्छे ढंग से कर लें तैयार, इन बातों का रखें विशेष ध्यान

लखनऊ, जेएनएन। भूगोल बहुत ही सरल विषय है। जरूरत है सिर्फ एकाग्र होकर समझने की। बदले हुए पैटर्न के मद्देनजर प्रश्नपत्र को अच्छे से तैयार करने के लिए सरकार की नमामि गंगे परियोजना, स्वर्णिम चतुभरुज परियोजना और सागर माला परियोजनाओं को अच्छे से तैयार कर लें। इससे भी छोटे और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे। थोड़ा सा ध्यान देने से आपके बहुत अच्छे मार्क्‍स आ सकते हैं। मुख्य फोकस छोटे प्रश्नों पर करें। रविवार को दैनिक जागरण द्वारा आयोजित ‘बोर्ड का बिगुल’ में भूगोल के विषय विशेषज्ञ प्रवक्ता बीएल यादव ने परीक्षार्थियों से फोन पर बात कर विषय से संबंधित हर प्रकार की भ्रांतियां दूर कीं। इस दौरान विषय विशेषज्ञ ने परीक्षार्थियों को सफल एवं टॉपर बनने के टिप्स भी दिए।

loksabha election banner

Q: भूगोल में महत्वपूर्ण चैप्टर कौन-कौन से हैं? (आरएन मिश्र, कक्षा 10)

A: जनसंख्या, उद्योग, भारत और विश्व का मैप तैयार करें। इसके साथ ही सरकार की परियोजनाओं को अच्छे से पढ़ लें।

Q: पश्चिमी विक्षोभ कहां से आते हैं। इनके आने का क्या कारण है? (ऋचा यादव, सेंट फेडलिस कॉलेज)

A: पश्चिमी विक्षोभ भूमध्य सागर से आते हैं। जब सऊदी अरब, इराक, ईरान और पकिस्तान का रेगिस्तान भाग निम्न वायु दाब का केंद्र बन जाता है और हवाएं पश्चिम से पूरब की ओर बहने लगती हैं, तब यह हिमालय से टकराकर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में बर्फ के रूप में वर्षा करती हैं। इसी कारण उत्तर भारत के मैदान में जाड़े में वर्षा होती है।

Q: समाजिक विज्ञान का पैटर्न चेंज हुआ है। अब किस तरह के प्रश्न आएंगे? (श्रेया वर्मा, कक्षा 10, मॉर्डन पब्लिक कॉलेज)

A: पूरा पेपर एनसीईआरटी से होगा। इसमें बहुविकलपीय, अति लघुउत्तरीय, लघुउत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न होंगे। अति लघुउत्तरीय और लघुउत्तरीय प्रश्नों के उत्तर टू-द-प्वाइंट लिखने होंगे।

Q: मैप रीडिंग की प्रैक्टिस कैसे करें? (इशिका सक्सेना, सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल, गोमतीनगर)

A: मैप दो प्रकार के आपके सेलेबस में हैं। एक विश्व का और दूसरा भारत का। इसकी तैयारी करने के लिए आप एटलस बुक और एक ब्लैंक मैप सामने रखें। जैसे, आपको इंडस्ट्रीज के स्थान तैयार करने हैं कि वह कहां पर हैं। उन्हें एटलस में ध्यान से देखें और मनन करते हुए समङों। उसके बाद एटलस को बंद कर दें और फिर ब्लैंक मैप में उस स्थान को ¨बदु से दर्शाएं। इससे मैप रीडिंग की आपकी प्रैक्टिस अच्छी हो जाएगी।

Q: मुंबई हाई क्यों प्रसिद्ध है। देश में आर्थिक विकास में इसका क्या योगदान है? (आर्यन मिश्र, बरियार शाह इंटर कॉलेज, सुलतानपुर)

A: किसी भी देश के विकास में ऊर्जा का सबसे बड़ा योगदान होता है। मुंबई हाई में पेट्रोलियम का खनन किया जाता है। यहां से 20 फीसद पेट्रोलियम हमें मिलता है। इसके अलावा असोम से, बाकी 60 फीसद पेट्रोलियम की आपूर्ति हमारे देश में विदेशों से होती है।

Q: अति लघुउत्तरीय प्रश्न कितने पूछे जाएंगे? (विनीता राजपूत, पंडित दीन दयाल उपाध्याय इंटर कॉलेज, महोबा)

A: प्रश्न संख्या नौ से 16 तक आठ प्रश्न अति लघुउत्तरीय होंगे।

Q: अच्छे अंक लाने के लिए किन-किन मुख्य टॉपिक पर फोकस करें? (सुमन सिंह, हरदोई)

A: जनसंख्या, विनिर्माण उद्योग, आपदा, प्रदूषण। इन टॉपिक्स को अच्छे से तैयार कर लें। इसमें से अति लघुउत्तरीय, लघु उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न आएंगे।

Q: नए सलेबस में केस स्टडी के प्रश्नों में किन-किन टॉपिक्स से प्रश्न पूछे जा सकते हैं? (भूपेंद्र कुमार गौतम, राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज)

A: नमामि गंगे परियोजना, स्वर्णिम चतुभरुज परियोजना और सागर माला परियोजना के बारे में अच्छे से तैयार कर लें।

Q: एनसीईआरटी के सलेबस में मैप का जिक्र नहीं है। आएगा अथवा नहीं? (शिक्षक अनिल कुमार वर्मा, सवरेदय इंटर कॉलेज, बहराइच) 

A: सेलेबस पूरा एनसीईआरटी पैटर्न पर होगा। भूगोल में मैप का बहुत महत्व है। मैप से 10 नंबर के दो प्रश्न पूछे जाएंगे। इन्हें बच्चों को अवश्य तैयार कराएं।

Q: पेपर का पैर्टन गत वर्ष जैसा होगा अथवा इस बार कुछ बदलाव हुआ है? (सूरज कुमार, राजकीय इंटर कॉलेज, निशातगंज)

A: पेपर एनसीईआरटी पैटर्न पर गत वर्ष जैसा ही होगी। उसी प्रकार उसे भलीभांति तैयार कर लें।

इन बातों का रखें ध्यान

  • बोर्ड परीक्षा को लेकर घबराएं बिल्कुल नहीं
  • मैप अच्छे से समझकर प्रैक्टिस करें
  • आत्मबल को ऊंचा रखें रखते हुए स्वयं पर विश्वास रखें
  • उत्तर टू-द-प्वाइंट लिखें। मुख्य बातों को अंडरलाइन कर दें
  • छोटे प्रश्नों पर अधिक ध्यान दें क्योंकि यही आपकी मार्किग बढ़ाएंगे
  • सरकार की परियोजनाओं को अच्छे से तैयार कर लें। इनसे प्रश्न पूछे जाएंगे
  • उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध मॉडल पेपर के आधार पर तैयारी करें।

ये भी रखें ध्‍यान 

  • 01 से आठ तक बहुविकल्पीय प्रश्न आएंगे, प्रत्येक एक नंबर का होगा। 
  • 09 से 16 तक प्रश्न अति लघुउत्तरीय होंगे, प्रत्येक दो नंबर का होगा। 
  • 23 से 24 तक प्रश्न दीर्घ उत्तरीय प्रत्येक छह नंबर का होगा। 
  • 17 से 22 तक प्रश्न संख्या लघुउत्तरीय प्रत्येक चार नंबर, उत्तर 30 शब्दों में लिखना होगा। 
  • 01 एक प्रश्न पूछा जाएगा विश्व और भारत के मैप से। 

10वीं के परीक्षार्थी आज पाएं ‘गणित’ के सवालों के जवाब

यूपी बोर्ड 2020 की परीक्षाओं की तैयारी में बहुत कम समय बचा है। 10वीं के परीक्षार्थियों के लिए यह पहला मौका होगा, जब वह बोर्ड परीक्षा देंगे। इसलिए उनकी सुविधा के लिए दैनिक जागरण के ‘बोर्ड का बिगुल’ कार्यक्रम में सोमवार को ‘गणित’ के विशेषज्ञ राजन कुमार श्रीवास्तव मौजूद रहेंगे। विद्यार्थी दैनिक जागरण कार्यालय में दोपहर 12:00 से 01:00 बजे के बीच लैंड लाइन नंबर 0522-4234152 पर फोन कर विषय विशेषज्ञ से बात कर सकेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.