पूर्व मंत्री बादशाह सिंह का पुत्र व्यापारी पुत्र के अपहरण में गिरफ्तार
लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क से अपहृत 11वीं के छात्र शिवम को चिनहट पुलिस ने आज तड़के महोबा में पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के आवास से सकुशल बरामद कर लिया है।
लखनऊ (जेएनएन)। लखनऊ पुलिस की क्राइम ब्रांच के साथ महोबा पुलिस ने आज लखनऊ से एक छात्र के अपहरण के मामले में पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के पुत्र सूर्यदेव सिंह उर्फ शिवा के साथ दो अन्य को गिरफ्तार किया है। लखनऊ से व्यापारी के पुत्र का शुक्रवार शाम को अपहरण किया गया था।
लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क से अपहृत 11वीं के छात्र शिवम को चिनहट पुलिस ने आज तड़के महोबा में पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के आवास से सकुशल बरामद कर लिया है। शिवम का अपहरण कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के बेटे सूर्यदेव सिंह ने साथियों संग किया था। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक छात्र को महोबा के खरेला में पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के फार्म हाउस से पुलिस टीम ने कल देर रात बरामद किया।शिवम ने बताया कि आरोपित उसे घुमाने की बात बोलकर सफारी गाड़ी में बिठाकर ले गए थे। इसके बाद उसे अगवा कर लिया था और फिरौती मांगने की फिराक में थे। एएसपी उत्तरी अनुराग वत्स ने बताया कि कल शिवम के परिवारीजनों ने उसके अपहरण की सूचना दी थी। इसके बाद पुलिस ने वाट्स एप पर आए मैसेज के आधार पर गोरखपुर जाने वाले सभी रास्तों पर चेकिंग कराई गई।
छात्र ने मैसेज में यूपी 32 एएक्स 1111 नंबर बताया था, जिसके आधार पर टोल टैक्स पर लगे कैमरों की जांच की गई। पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद सीतापुर व कानपुर जाने वाले रास्तों पर स्थित टोल टैक्स के कैमरे खंगाले गए। इस दौरान नवाबगंज स्थित टोल टैक्स पर सुबह 9:10 बजे यूपी 70 एएक्स 1111 नंबर की सफारी गाड़ी कानपुर की तरफ जाते देखी गई।
महिला मित्र को किया था मैसेज
शिवम ने महिला मित्र को मैसेज कर खुद के अपहरण की बात बताई थी, इसके बाद अपने चाचा राहुल को फोन भी किया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी उत्तरी ने छात्र को बरामद करने के लिए टीम गठित की। शिवम के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकलवाई गई तो पता चला कि उसने सूर्यदेव नाम के युवक से बात की थी।
फेसबुक से मिले अहम सुराग
सीओ गोमतीनगर दीपक कुमार के मुताबिक शिवम का फेसबुक एकाउंट खंगाला गया तो उसमें सूर्यदेव नाम के दो युवक उसके दोस्त पाए गए। इनमें एक मिर्जापुर का था। वहीं जब दूसरे युवक की प्रोफाइल देखी गई तो उसने यूपी 70 एएक्स 1111 नंबर सफारी के साथ फोटो लगा रखी थी। सोशल मीडिया से मिली अहम जानकारी के बाद पुलिस ने आरोपित सूर्यदेव के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया और उसकी लोकेशन पता की।
चलो घुमकर आते हैं
शिवम का कहना है कि शुक्रवार को सूर्यदेव ने इंस्टाग्राम पर मैसेज कर लखनऊ आने की जानकारी दी थी और मिलने के लिए कहा था। इसपर शनिवार को वह उससे मिलने वहां गया था। इस दौरान सूर्यदेव और उसके साथियों ने शिवम से घुमने चलने के लिए बोला तो वह गाड़ी में बैठ गया था। आरोपित शिवम को कानपुर लेकर गए थे, जहां छात्र को उनके मंसूबों की भनक लग गई थी।
फिरौती में 50 लाख मांगने की थी तैयारी
शिवम का कहना है कि जब सूर्यदेव से उसने वापस लखनऊ छोडऩे के लिए बोला तो आरोपितों ने उसकी पिटाई कर दी। यही नहीं आरोपित शिवम के पिता अमित जायसवाल से 50 लाख रुपये फिरौती मांगने की बात भी बोल रहे थे। सूर्यदेव के साथ उसके चार अन्य साथी गाड़ी में मौजूद थे। हालांकि पुलिस ने अभी सिर्फ तीन लोगों को ही दबोचा है। एसएसपी का कहना है कि दो अन्य युवकों के बारे में पता चला है, जिनकी भूमिका की जांच की जा रही है।
सोशल मीडिया के जरिए तीन माह पूर्व हुई थी दोस्ती
इंस्पेक्टर चिनहट रवींद्र नाथ राय के मुताबिक करीब तीन माह पूर्व शिवम और सूर्यदेव की दोस्ती सोशल मीडिया के माध्यम से हुई थी। दोनों फेसबुक, इंस्टाग्राम और वाट्स एप से जुड़े थे। कुछ दिन पूर्व एक वाट्स एप ग्रुप पर दोनों की बहस भी हुई थी। इस बात की जांच की जा रही है कि आरोपित साजिश के तहत छात्र को अगवा करने आए थे या फिर रास्ते में उनकी नीयत खराब हो गई थी।
छात्र के बयानों की होगी जांच
पुलिस का कहना है कि छात्र ने अगवा कर गोरखपुर की ओर ले जाने का वाट्स एप मैसेज भेजा था। शिवम ने ऐसा क्यों किया, इस दिशा में भी जांच की जा रही है।
चौंकाने वाली जानकारी
मामले की जांच में पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारी मिली है। पता चला है कि सूर्य देव से मिलने के लिए व्यापारी पुत्र शिवम जायसवाल खुद ही जनेश्वर मिश्र पार्क पहुंचा था। पता चला कि शिवम ने ही कॉल करके सूर्य देव को यहां बुलाया था। जांच में पता चला कि सूर्य देव और शिवम के बीच फेसबुक पर दोस्ती थी। शिवम ने खुद के साथ मारपीट और अपहरण की जो कहानी बताई है, पुलिस को उस पर भी शक है। शुरुआत में पता चला था कि मामूली विवाद के साथ मंत्री पुत्र ने व्यापारी पुत्र का अपहरण किया था। शिवम की इस कहानी पर भी सवाल उठ रहे हैं।