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जानलेवा हमले के मामले में पूर्व बसपा MLC संजीव द्विवेदी उर्फ रामू द्विवेदी लखनऊ से गिरफ्तार

धमकी देने के इस मामले में पुलिस फिर से जांच कर रही है। रामू द्विवेदी के खिलाफ गोरखपुर सदर कोतवाली में संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले की विवेचना कुशीनगर पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 12 Jun 2021 11:38 AM (IST)Updated: Sat, 12 Jun 2021 05:40 PM (IST)
धमकी देने के इस मामले में पुलिस फिर से जांच कर रही है।

लखनऊ, जेएनएन। शराब व्यापारी संजय केडिया पर जानलेवा हमले के पुराने मामले गोरखपुर में दर्ज एक केस के मामले में पुलिस ने बहुजन समाज पार्टी से विधान परिषद सदस्य रहे संजीव द्विवेदी उर्फ रामू द्विवेदी को बहुखंडी आवास के पास से गिरफ्तार किया। लखनऊ में उसे देवरिया पुलिस ने धेनुमती अपार्टमेंट, बालू अड्डे के पास से पकड़ा है। बसपा के पूर्व एमएलसी को पुलिस ने रंगदारी मांगने में गिरफ्तार किया है। रामू को देवरिया के रामपुर कारखाना थाने में रखा गया है।

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धमकी देने के इस मामले में पुलिस फिर से जांच कर रही है। रामू द्विवेदी के खिलाफ गोरखपुर सदर कोतवाली में संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले की विवेचना कुशीनगर पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई। पुलिस ने प्राणघातक हमला होने का अपराध नहीं पाए जाने पर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। इस दौरान युवा समाजसेवी व्यापारी निकुंज अग्रवाल की पिटाई कर धमकी देने के मामले में भी सुलह हो गई थी। देवरिया की पुलिस इन दोनों मामलों की फाइल फिर से खंगाली रही थी। 

कारोबारी संजय केडिया और निकुंज अग्रवाल से पुलिस ने नई तहरीर देकर पूर्व एमएलसी के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू की। एडीजी जोन अखिल कुमार ने एसपी को पत्र भेज कर रामू द्विवेदी के खिलाफ दर्ज मुकदमे उनसे जुड़े लोग और संपत्तियों के बारे में जानकारी मांगी है। शुक्रवार को एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र ने खुद कोतवाली में पूर्व एमएलसी पर दर्ज मामलों के बारे में जानकारी ली थी। देवरिया कोतवाली से छह सदस्यीय पुलिस टीम ने लखनऊ की हजरतगंज पुलिस से संपर्क किया था। इसके बाद देवरिया पुलिस ने शुक्रवार देर रात हजरतगंज पुलिस के साथ छापेमारी की थी।

टॉप 33 माफिया की सूची में द्विवेदी

यूपी के टॉप 33 माफिया की सूची में देवरिया जिला निवासी संजीव उर्फ रामू द्विवेदी का नाम भी शामिल है। इसके गिरोह में 12 सदस्य चिह्नित किए गए हैं जिनमें से दो के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई भी की है। गोरखपुर के चौरीचौरा थाने के हिस्ट्रीशीटर रामू पर लखनऊ में 1996 से 98 के बीच हत्या के तीन मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा गोरखपुर, देवरिया में उन पर रंगदारी, हत्या की कोशिश जैसी कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है।


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