NFHS Survey: यूपी में हर 5वां व्यक्ति मोटापे का शिकार, महिलाओं की संख्या ज्यादा; नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में खुलासा
NFHS Survey वर्ष 2019-21 की नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट में कुल 21.3 प्रतिशत महिलाएं मोटापे से ग्रस्त हो गई हैं। यानी पांच प्रतिशत और महिलाएं इस दौरान मोटापे से ग्रस्त हुई हैं। यही नहीं शहरों में 30.6 प्रतिशत महिलाएं और गांव में 18.3 प्रतिशत महिलाओं को मोटापा है।
NFHS Survey: लखनऊ, राज्य ब्यूरो। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (National Family Health Survey) पांच के सर्वे में उत्तर प्रदेश में 15 वर्ष से 49 आयु वर्ग का हर पांचवां व्यक्ति मोटापे का शिकार है। पुरुषों के मुकाबले महिलाएं में कहीं ज्यादा मोटापे की समस्या है। शहरों में रहने वाले लोग मोटापे से ज्यादा ग्रस्त हैं। वहीं करीब पांच सालों में मोटे लोगों की संख्या बढ़ी है। मोटापा कई बीमारियों का कारण बनता है। ऐसे में यह रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के लोगों को सचेत करने वाली है।
शहरों में महिलाएं ज्यादा मोटापे से ग्रस्त
वर्ष 2015-16 की नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे चार की रिपोर्ट में 16.5 प्रतिशत महिलाएं मोटापे का शिकार थीं और अब वर्ष 2019-21 की नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में पांच रिपोर्ट में कुल 21.3 प्रतिशत महिलाएं मोटापे से ग्रस्त हो गई हैं। यानी पांच प्रतिशत और महिलाएं इस दौरान मोटापे से ग्रस्त हुई हैं। यही नहीं शहरों में 30.6 प्रतिशत महिलाएं और गांव में 18.3 प्रतिशत महिलाओं को मोटापा है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार गांव के मुकाबले शहरों में महिलाएं ज्यादा मोटापे से ग्रस्त हैं।
गांव के मुकाबले शहर में ज्यादा मोटे पुरुष
वहीं वर्ष 2015-16 की एनएफएचएस चार की रिपोर्ट में 12.5 प्रतिशत पुरुष मोटापे का शिकार थे और अब वर्ष 2019-21 की एनएफएचएस पांच की रिपोर्ट में 18.5 प्रतिशत पुरुष मोटे पाए गए। यानी छह प्रतिशत पुरुष और मोटे हुए हैं। गांवों में 16.2 प्रतिशत व शहरों में 24.9 प्रतिशत पुरुष मोटापे से ग्रस्त हैं। यानी गांव के मुकाबले शहर में ज्यादा मोटे पुरुष हैं।
मोटापा कई बीमारियों की जड़
डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डा. विक्रम सिंह कहते हैं कि मोटापा शुगर व ब्लड प्रेशर सहित कई बीमारियों की जड़ है। मोटापे के कारण स्पील एपनिया रोग हो जाता है। जिसके कारण मोटे लोग सोते समय खर्राटा लेते हैं। खर्राटा लेने के कारण उनकी नींद ढंग से पूरी नहीं हो पाती। ऐसे में वह चिड़चिड़े होते हैं और कई बार दिन में काम के दौरान उन्हें नींद लगती रहती है।