मिलिए लखनऊ केे इलेक्ट्रो डांस मास्टर अविनाश से, खुद प्रैक्टिस करने के साथ ही युवाओं को भी दे रहे ट्रेनिंग
करीब दस साल से हिप-हॉप कर रहे निराला नगर में रहने वाले अविनाश बताते हैं टीवी देखकर डांस का शौक लगा। धीरे-धीरे ये पैशन और बढ़ता गया। घर वालों ने हमेशा डांस करते रहने के लिए प्रेरित किया। डांस बैटल्स ने भी खूब मदद की।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ और कथक एक दूसरे के पर्याय हैं। यहां अन्य शास्त्रीय नृत्य विधाएं भी खूब फल-फूल रहीं। बावजूद इसके सिर्फ शास्त्रीय नहीं, लखनऊ के युवाओं के दिलों में पाश्चात्य नृत्य का जादू भी सिर चढ़कर बोल रहा। शहर में हिप-हॉप की संस्कृति भी खूब परवान चढ़ रही। इसी का नतीजा है कि लखनऊ में 2013 में पहला हिप-हॉप डांस बैटल हुआ। इसमें तमाम युवाओं ने फ्री स्टाइल डांस से खूब रोमांचित किया था। लखनऊ में हुए उस पहले डांस बैटल में टॉप आठ तक पहुंचे थे शहर के युवा इलेक्ट्रो डांस मास्टर अविनाश थापा। अविनाश ने 2017 में दिल्ली में हुए इलेक्ट्रो डांस बैटल में जीत भी हासिल की थी। डांस बैटल में उम्दा प्रदर्शन के बाद अविनाश कई बैटल में जज के तौर पर भी रहे।
करीब दस साल से हिप-हॉप कर रहे निराला नगर में रहने वाले अविनाश बताते हैं, टीवी देखकर डांस का शौक लगा। धीरे-धीरे ये पैशन और बढ़ता गया। घर वालों ने हमेशा डांस करते रहने के लिए प्रेरित किया। डांस बैटल्स ने भी खूब मदद की। वहां प्रदर्शन करने के साथ-साथ बहुत कुछ सीखने को भी मिल जाता। इलेक्ट्रो डांस ने मुझे अलग पहचान दी। लोग इलेक्ट्रो डांस मास्टर बोलते हैं तो अजब सी ऊर्जा मिलती है। हालांकि अभी बहुत सारे लोग इस डांस स्टाइल के बारे में बहुत कुछ नहीं जानते। जिस डांस स्टाइल ने मुझे नाम और पहचान दी, मैं उसे और आगे लेकर जाना चाहता हूं, इसलिए मैं इलेक्ट्रो डांस ट्रेनिंग भी देता हूं।
क्रिएटिविटी और स्टेमिना
अविनाश कहते हैं, फ्री स्टाइल डांसिंग में बहुत ज्यादा क्रिएटिविटी और स्टेमिना चाहिए। खासकर इलेक्ट्रो डांस स्टाइल में तो फुल एनर्जी चाहिए होती है। बहुत फास्ट मूवमेंट होते हैं। शुरुआत में दिक्कत होती थी, पर जी तोड़ प्रैक्टिस ने सब संभव किया।