दो हजार मजरों में ‘सौभाग्य’ का उजाला, 94,822 घर बिजली से रोशन
सौभाग्य योजना के तहत बिजली महकमे ने जिले में 94822 नए कनेक्शन देकर 2142 मजरों को रोशन करने का काम किया है।
लखनऊ, [अंशू दीक्षित]। वर्षो से जिन घरों में अंधेरा था, आज वे रोशन हो चुके हैं। अब यहां के लोगों को अपना मोबाइल रीचार्ज करने के लिए कस्बों का रुख नहीं करना पड़ता। टीवी पर देश-दुनिया की जानकारी लेने के लिए ग्राम प्रधान के यहां चलने वाली बैटरी टीवी से भी छुटकारा मिल गया है क्योंकि सौभाग्य योजना के तहत बिजली महकमे ने जिले में 94,822 नए कनेक्शन देकर 2,142 मजरों को रोशन करने का काम किया है।
पिछले डेढ़ साल से घर-घर बिजली पहुंचाने का काम लखनऊ में पूरा हो चुका है और लखनऊ को आदर्श जिला घोषित भी कर दिया गया है। शहर से 25 किलोमीटर दूर स्थित निगोहां के भगवानपुर गांव के लोग बिजली कनेक्शन मिलने से बेहद खुश हैं। राम सजीवन कहते हैं कि कच्चे मकान में अभी तक अंधेरा रहता था।
शाम होते ही पत्नी दीपक जलाने के लिए लालटेन साफ करने लगती थीं, लेकिन अब एक बटन दबाते ही बिजली आ जाती है। बच्चों को पढ़ाई में बड़ी राहत मिली है। इसी गांव के देशराज व बिहारी भी इसे आधुनिक भारत की नई तस्वीर मानते हैं। ग्रामीणों के मुताबिक बिना बिजली के त्योहार फीके थे। बिजली घर पहुंची तो पूरा मजरा दीपावली वाले दिन जगमग हो गया। सभी ने घरों के बाहर झालरें लगाईं।
जल्दबाजी में कुछ गलतियां भी कर गए
बिजली विभाग ने जिन कंपनियों को सौभाग्य योजना का जिम्मा दिया था, उनके कर्मियों ने पोल सही से नहीं लगवाए हैं। तेज आंधी में ये खंभे गिर सकते हैं और बिजली बाधित हो सकती है। मीटर जहां लगाना था, वहां लगाया नहीं, सिर्फ जल्दी-जल्दी काम करते रहे।
बिजली ने बिगाड़ा घर का बजट
निगोहां में सौभाग्य योजना के तहत जिन्होंने कनेक्शन लिए थे, अब बिल देखकर माथे पर बल पड़ रहा है। भगवानपुर के मलखान, रामरती, केश कुमारी, सन्नो, बुधाना, रामफेर, उमरायी सहित दर्जनों ग्रामीण कहते हैं कि जितनी बिजली खर्च नहीं हो रही है, उससे ज्यादा बिल आ रहा है।
शपथ पत्र दिया, नहीं लेंगे कनेक्शन
मध्यांचल एमडी संजय गोयल कहते हैं कि कनेक्शन जबरन किसी को नहीं दिया जा सकता। जिन्होंने कनेक्शन लेने से मना किया, उन्हें बिजली के फायदे बताए गए, फिर भी नहीं माने तो उन्हें कनेक्शन नहीं दिया गया। ऐसे लोगों की संख्या कम ही है।
क्या कहते हैं एमडी ?
मध्यांचल एमडी संजय गोयल का कहना है कि सौभाग्य योजना के तहत जो कनेक्शन दिए गए हैं, वहां पोल, मीटर सब दिखवाया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद ही संबंधित कंपनी को पेमेंट होगा। मानकों की अनदेखी करने वाले अभियंताओं पर कार्रवाई होगी। काम तो हर हाल में सही करना होगा।