बेआवाज सफर पर चल पड़ी प्रदूषण रहित पहली ‘इलेक्टिक नगर बस', इतना है किराया
नगर विकास मंत्री और महापौर ने हरी झंडी दिखाकर बस को किया रवाना।
लखनऊ, जेएनएन। शहरवासियों को इलेक्टिक बस का तोहफा! न इंजन का शोर और न ही प्रदूषण का झंझट। प्रदेश की पहली इलेक्टिक नगर बस सेवा रविवार से शुरू हो गई है। नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना और महापौर संयुक्ता भाटिया ने हरी झंडी दिखा बस को रवाना किया। एक माह के ट्रायल रन के बाद कुल 40 इलेक्टिक बसों को आगामी तीन माह के भीतर सिटी बस बेड़े में शामिल किया जाएगा। प्रदेश की सड़क पर उतरने वाली यह पहली बेआवाज एसी इलेक्टिक बस है।
ई-01 नंबर की बस का रूट चार्ट
ई-01 नंबर रूट पर चलने वाली इस बस के लिए कुल 33 स्टॉपेज तय किए गए हैं। आलमबाग टर्मिनल से चलकर, चारबाग, बापू भवन, विधानसभा, सिकंदरबाग, दैनिक जागरण चौराहा, समतामूलक चौराहा, लोहिया पार्क, पत्रकारपुरम, हैनीमैन चौराहा, विराजखंड पहुंचेगी। सुबह 6:45 पर पहुंचकर आलमबाग टर्मिनल से सात बजे छूटेगी।
मेट्रो की तर्ज पर होगा स्टॉपेज का एनाउंसमेंट
ई-बस जीपीएस प्रणाली पर काम करेगी। मेट्रो की तरह ही इलेक्टिक नगर बस में स्टॉपेज आने पर एनाउंसमेंट शुरू हो जाएगा। डेस्टिनेशन की जानकारी यात्री को मिलेगी। डैशबोर्ड पर भी स्टॉपेज डिस्प्ले होगा।
सीसी कैमरे और पैनिक बटन की सहूलियत
इस बस में सीसी कैमरे और सीट पर पैनिक बटन लगाया गया है। सीसी कैमरे आगे, पीछे और बस के अंदर की लोकेशन की बराबर जानकारी देते रहेंगे। यात्री पैनिक बटन का भी इस्तेमाल कर सकता है।
एक बार चार्ज होने के बाद तय करेगी 150 किमी. की दूरी
इलेक्टिक बस दो घंटे में पूरी तरह चार्ज होगी। एक बार चार्ज होने के बाद तकरीबन 150 किमी. की दूरी तय करेगी। इसमें ‘अपॉच्र्युनिटी चार्जिग’ की भी व्यवस्था है। इसे बीस मिनट के लिए चार्ज कर बैटरी को फिर से पुरानी अवस्था में लाया जा सकता है। ब्रेक सिस्टम के प्रयोग से भी बैटरी की चार्जिग होगी। वर्ष 2010 से डीजल बसों को प्रतिबंधित किया गया। इसके बाद सीएनजी बसों की शुरुआत हुई।
इलेक्टिक बस की ये हैं खूबियां
- बेआवाज सफर यानी साउंडलेस
- प्रदूषण रहित, पूरी तरह वातानुकूलित
- डेस्टिनेशन एनाउंसमेंट और डेशबोर्ड पर उसके डिस्प्ले की व्यवस्था
- अगर गलती से आगे निकल आए हैं तो पैनिक बटन बनेंगे मददगार
- एलईडी का बस में प्रयोग, जीपीएस प्रणाली से जुड़े रहेंगे कैमरे
- एयर सस्पेंशन की वजह से आरामदेह सफर
- अधिकतम गति 75 किमी. प्रति घंटा
- 31 सीट, स्टैंडिंग के लिए 20 यात्रियों की व्यवस्था
- साढ़े तीन रुपया प्रति किमी. की बचत
- फुल चार्जिग पर खर्च होगी ढाई सौ यूनिट बिजली, कीमत 74.90 लाख रुपये
- न्यूनतम 15 और अधिकतम 40 रुपये होगा किराया
- 0 से तीन किमी. का 15 रुपये
- 3.1 से छह किमी. दूरी का 20 रुपये
- 6.1-10 किमी. का 25 रुपये
- 10.1-14 किमी. का 30 रुपये
- 14.1-17 किमी. का 35 रुपये
- 17.1-20 किमी. का 40 रुपये
आठ शहरों में इलेक्टिक नगर बस जल्द: सुरेश खन्ना
नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रदेश के आठ शहरों में जल्द ही 580 इलेक्टिक बसों का संचालन किया जाएगा। लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, आगरा, गाजियाबाद, वाराणसी, गोरखपुर एवं शाहजहांपुर में यह इलेक्टिक बसें चलाई जाएंगी। प्रदूषण मुक्त वातावरण देने की दिशा में यह एक अहम पहल साबित होगी। मंत्री ने बेहतरीन बस बनाने पर पूरी टाटा टीम को बधाई दी। महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि लखनऊ को सुंदर बनाने की दिशा में एक और कड़ी जुड़ गई है। प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज कुमार सिंह, अनिल कुमार वाजपेयी, नगर आयुक्त डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी, संयुक्त सचिव नगरीय परिवहन अजीत सिंह, टाटा की ओर से वाइस प्रेसीडेंट रोहित श्रीवास्तव, प्रमोद चौधरी, संजय भाटिया, एआरएम सतीश पॉल समेत कई लोग मौजूद रहे।