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Eid al-Adha 2020: मौलाना खालिद रशीद- साढ़े बावन तोला चांदी की हैसियत वाले को कुर्बानी जरूरी है

Bakrid Eid al-Adha 2020 जिस पर कुर्बानी वाजिद है उसे हर साल कुर्बानी करानी चाहिए।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Wed, 29 Jul 2020 09:21 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2020 06:31 AM (IST)
Eid al-Adha 2020: मौलाना खालिद रशीद- साढ़े बावन तोला चांदी की हैसियत वाले को कुर्बानी जरूरी है
Eid al-Adha 2020: मौलाना खालिद रशीद- साढ़े बावन तोला चांदी की हैसियत वाले को कुर्बानी जरूरी है

लखनऊ, जेएनएन। इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद की ओर से चलाई जा रही हेल्पलाइन के सवालों के जवाब में मौलाना ने कहा कि हर उस शख्स को कुर्बानी करना वाजिद है जिसके पास साढ़े बावन तोला चांदी या उसके बराबर का सामान हो। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कोरोना संक्रमण वाले रेड जोन में रहने वाले कुर्बानी की रकम दूसरे को देकर कुर्बानी करा सकते हैं।

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जिस पर कुर्बानी वाजिद है उसे हर साल कुर्बानी करानी चाहिए। कुर्बानी के नीयत से बकरा पालने वाले को उसे बेचना वाजिब नही है। उसकी कुर्बानी जरूरी है। जानवर पर किसी प्रकार का ऐब है तो उसकी कुर्बानी नहीं की जा सकती। मौलाना ने कहाकि तीन अगस्त तक हेल्पलाइन चालू रहेगी। दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक मोबाइल नंबरों 9335929670, 7007705774, 94151029479580112032 और वेब साइट www.farangimahal.in के माध्यम से सवाल पूछे जा सकते हैं।

जिलहिज्ज का पहला असरा है खास

पाटा नाला के खतीब मस्जिद सुबहानिया के मौलाना कारी मोहम्मद सिद्दीकी ने बुधवार को जिलहिज्ज पर खिताब किया उन्होंने कहाकि ये 10 दिन का हर दिन रोजे के समान है। कुर्बानी के इन दिनों में अपन हैसियत के मुताबिक कुर्बानी देना जायज करार दिया गया है। जिलहिज्ज का पहला असरा इबादत के लिए खास होता है।


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