खनन घोटाला : ED ने पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति से की पूछताछ, बीमारी का हवाला दे साधे रहे चुप्पी
सपा शासनकाल में हुए खनन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति से करीब पांच घंटे तक लंबी पूछताछ की।
जेएनएन, लखनऊ। सपा शासनकाल में हुए खनन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति से करीब पांच घंटे तक लंबी पूछताछ की। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में भर्ती पूर्व मंत्री गायत्री से घोटाले और उनकी बेनामी संपत्तियों से जुड़े कई सवाल पूछे गए।
सूत्रों का कहना है कि ईडी के अधिकारियों के सवालों पर पूर्व गायत्री बार-बार अपनी बीमारी का हवाला देकर चुप्पी साधे रहे। संपत्ति से जुड़े सवालों पर बाद में जानकारी देने की बात दोहराते रहे। ईडी अधिकारियों का कहना है कि पूर्व मंत्री गायत्री से अभी तीन दिन और पूछताछ की जाएगी।
दुष्कर्म के मामले में लखनऊ जेल में निरुद्ध पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति बीमारी के चलते तीन मई से न्यायिक अभिरक्षा में केजीएमयू में भर्ती हैं। पूर्व मंत्री गायत्री से पूछताछ के बाद खनन घोटाले से जुड़े कई अन्य बड़ों की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरअसल, गायत्री प्रसाद प्रजापति ने खनन मंत्री रहते हुए आठ पट्टों के आवंटन की स्वीकृति दी थी। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी खनन मंत्री के तौर पर 14 पट्टों के आवंटन की स्वीकृति दी थी।
हमीरपुर खनन घोटाले में ईडी मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर जांच कर रही है। इस केस में तत्कालीन डीएम हमीरपुर बी.चंद्रकला व सपा एमएलसी रमेश मिश्रा समेत अन्य आरोपितों से पूछताछ में तत्कालीन खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की भूमिका सामने आई थी। ईडी को गायत्री की कई बेनामी संपत्तियों का ब्योरा भी मिला था। प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) की विशेष अदालत ने ईडी को 16 से 19 जुलाई के मध्य पूर्व मंत्री गायत्री से पूछताछ की अनुमति दी थी।
मंगलवार सुबह करीब 11 बजे ईडी के दो डिप्टी डायरेक्टर व दो विवेचक समेत छह सदस्यीय टीम केजीएमयू पहुंची। बताया गया कि ईडी अधिकारियों ने कांफ्रेंस हॉल में पूर्व मंत्री गायत्री से पूछताछ शुरू की। यह सिलसिला शाम करीब चार बजे तक चला। इस दौरान गायत्री बीमार होने बात कहकर अधिकतर सवालों को टालने की ही कोशिश करते रहे। गायत्री से 30 से अधिक सवाल पूछे गए। ईडी अब गुरुवार को गायत्री से उनकी बेनामी संपत्तियों व खनन मंत्री रहते हुए पट्टों के आवंटन को लेकर फिर पूछताछ कर बयान दर्ज करेगी।
बता दें कि पिछले महीने सीबीआइ ने अवैध खनन घोटाले में दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश तक करीब 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी। सीबीआइ ने गायत्री प्रजापति के घर सहित तीन ठिकानों पर छापा मारा था। गायत्री प्रजापति समाजवादी पार्टी सरकार में खनन मंत्री रह चुके हैं। उन पर अवैध खनन के भी आरोप हैं। इसके साथ ही वह महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में भी आरोपी हैं।
यूपी में अवैध खनन के मामले में सीबीआइ 11 लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज है। सीबीआइ ने हमीरपुर जिले की पूर्व कलेक्टर और आइएएस अधिकारी बी. चंद्रकला, खनिक आदिल खान, भूवैज्ञानिक/खनन अधिकारी मोइनुद्दीन, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता रमेश कुमार मिश्रा, उनके भाई दिनेश कुमार मिश्रा, राम आश्रय प्रजापति, हमीरपुर के खनन विभाग के पूर्व क्लर्क संजय दीक्षित, उनके पिता सत्यदेव दीक्षित और रामअवतार सिंह के नाम प्राथमिकी में शामिल हैं।