एक कंट्रोल रूम से नियंत्रित होगी ईस्ट-वेस्ट वाली मेट्रो
11.5 किमी. रूट की मेट्रो संचालन के लिए एलएमआरसी कोई नया कंट्रोल रूम नहीं बनाएगा।
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। राजधानी में चारबाग से बसंतकुंज तक चलने वाली मेट्रो का संचालन सहकारिता भवन के पास बनने वाले कंट्रोल रूम से होगा। 11.5 किमी. रूट की मेट्रो संचालन के लिए लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) फिलहाल कोई नया कंट्रोल रूम बनाने पर विचार नहीं कर रहा है। वर्तमान में लखनऊ मेट्रो के पास सिर्फ ट्रांसपोर्ट नगर स्थित बैकअप कंट्रोल सेंटर ही है। अगले दो साल के अंदर सहकारिता भवन के पास भी ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर एलएमआरसी को बनाना है। दिसंबर 2024 तक जब ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर में मेट्रो चले तो यह कंट्रोल रूम तैयार हो चुका हो।
सीसीटीवी का फार्मूला यहां भी होगा एप्लाई
लखनऊ मेट्रो ने दो कंट्रोल रूम बनाने का निर्णय किया था। वर्तमान में ट्रांसपोर्ट नगर स्थित बैकअप कंट्रोल सेंटर से मेट्रो का संचालन किया जा रहा है। सीसीटीवी के जरिए स्टेशन, मेट्रो के अंदर, ट्रैक तक की निगरानी कंट्रोल में बैठा कर्मी कर रहा है। यही नहीं, ट्रैक पर आने वाले फाल्ट के बारे में भी कंट्रोल कर्मी, ट्रेन ऑपरेटरों को बताते रहते हैं। अब यही फार्मूला चारबाग से मुंशी पुलिया और चारबाग से बसंतकुंज के बीच भी काम करेगा।
क्या कहते हैं अधिकारी?
मेट्रो अधिकारियों ने बताया कि नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर में दो कंट्रोल रूम बनने थे। एक बन गया है और दूसरा बापू भवन के सामने सहकारिता भवन के पास बनना है। यहां वर्तमान में जमीन का इस्तेमाल निजी कंपनी कर रही है। अब यह स्थान खाली होने के बाद इसे बनाया जाना है। वहीं, ऑपरेशन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि नया कंट्रोल रूम बनने से एलएमआरसी के पास दो कंट्रोल रूम हो जाएंगे। भविष्य में अगर किसी कंट्रोल रूम में गड़बड़ी आती है तो ट्रांसपोर्ट नगर स्थित बैकअप कंट्रोल रूप से स्थिति नियंत्रित की जा सकेगी। वहीं एक कंट्रोल रूप से राजधानी में 50 से 60 किमी. तक मेट्रो का संचालन किया जा सकता है।
ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के स्टेशन
इसमें चारबाग, गौतमबुद्ध मार्ग स्टेशन, अमीनाबाद, पांडेयगंज, सिटी रेलवे स्टेशन, मेडिकल कॉलेज चौराहा, नवाज गंज, ठाकुरगंज, बालागंज, सरफराजगंज, मूसाबाग और वसंतकुंज मेट्रो स्टेशन होंगे।