Lucknow: बढ़ती महंगाई ने घटाया रावण का कद, इस बार 20 से 40 फीसद मिलेगा महंगा; देखें रेट लिस्ट
Dussehra 2022 रावण का पुतला बनाने में प्रत्युक्त होने वाला बांस कागज और रस्सी के दाम में बढ़ोतरी का असर उसकी ऊंचाई पर पड़ा है। राधानी की सबसे ऊंचा रावण ऐशबाग में बनता है जिसकी ऊंचाई 121 फीट से घटकर इस बार 100 फीट होगी।
लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। बांस, कागज और रस्सी के दाम में हुई बढ़ोतरी का असर रावण की ऊंचाई पर पड़ेगा। ऐशबाग में शहर का सबसे ऊंचे रावण का कद भी घट गया है। 121 फीट ऊंचा रावण इस बार 100 फीट का होगा। बावजूद इसके यह शहर का सबसे ऊंचा रावण होगा। कानपुर रोड सेक्टर- एफ एलडीए कालोनी में भी रावण पुतला 50 फीट से 35 फीट हो गया है। रामलीला समिति के महामंत्री आलोक शुक्ला ने बताया कि महंगाई की वजह से पुतला 35 फीट कर दिया गया है। मेघनाद का पुतला 30 फीट का होगा।
अध्यक्ष गोपाल जी मिश्रा ने बताया कि रामलीला का मंचन चल रहा है। शनिवार को कानपुर के कलाकारों ने रामलीला का मंचन किया गया। गोमतीनगर के बड़ी जुगौली में होने वाली रामलीला इस बार नहीं होगी। अध्यक्ष अजय यादव ने बताया कि इस बार एक दिन पांच अक्टूबर को ही रामलीला होगी और शाम को रावण के पुतले का दहन होगा। इस बार 70 फीट के बजाय 35 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन होगा। एचएएल में चल रही रामलीला में पांच को रावण दहन होगा। यहां पुतला 60 फीट के बजाय 40 फीट का होगा।
जीएसटी के चलते कीमतों में उछाल
जीएसटी के चलते इस बार रावण के दाम में 20 से 30 फीसद तक की बढ़ोतरी हो गई है। रावण की ऊंचाई के मुताबिक उनकी कीमत रखी गई है। डालीगंज व चौक हो या फिर तेलीबाग सहित शहर के बाजारों में सबसे छोटे तीन फीट के पुतले की कीमत 200 से 300 रुपये है, जबकि आर्डर पर 20 फीट का रावण तीन से छह हजार रुपये में तैयार किया जा रहा है। पुतला तैयार करने के लिए न केवल राजधानी, बल्कि सीतापुर, लखीमपुर, सुल्तानपुर व हरदोई सहित आसपास के जिलों से भी लोग खरीदारी के लिए आ रहे है।
बांस के साथ सजावट का सामान भी महंगा
त्रिवेणी नगर के सुनील पिछले चार वर्षो से यह काम कर रहे हैं। डालीगंज बांसमंडी रोड पर रावण का पुतला बनाकर बेचने वाले सुनील बताते हैं कि इसबार जीएसटी के चलते बाजार में रावण के पुतले की कीमतों में उछाल आया है। बांस के साथ ही सजावट का सामान भी महंगा हो गया है। पिछले साल 25 फीट का जो बांस 240 रुपये में था वह इस बार 330 रुपये में हो गया है। इसके अलावा बांस की लंबाई भी 25 फीट से घटकर 22 फीट कर दी गई है। तेलीबाग में कलीम भी देर रात तक पुतले बनाने में लगे हुए हैं। यहां पर पास एक से पांच हजार तक के पुतले तैयार किए जा रहे हैं।
बाजार में जैसा रावण, वैसा दाम
- साइज पिछले वर्ष इस वर्ष
- तीन फीट- 150-200 200-300
- पांच फीट- 200-300 300-400
- सात फीट- 300-500 400- 600
- 10 फीट- 500-800 600-800
- 20 फीट- 2000-6000 3000-6000
गली मुहल्लों में भी जलेंगे रावण
दशहरे के करीब होने के साथ ही शहर में जगह-जगह बन रहे रावण के पुतले अब आकार लेने लगे हैं। त्योहार में रावण, मेघनाद व कुंभकरण के पुतले की मांग को देखते हुए बांस-बल्लियों की दुकानों पर उनको तैयार करने का काम तेजी से चल रहा है। ऐशबाग में रावण का पुतला बनने लगा है। कानपुर रोड एलडीए कालोनी में रावण बनकर तैयार है।