पर्यटकों के लिए एक नवंबर से खुलेंगे दुधवा नेशनल पार्क, पीलीभीत टाइगर रिजर्व और कतर्नियाघाट
दुधवा नेशनल पार्क पीलीभीत टाइगर रिजर्व और कतर्नियाघाट इस साल एक नवंबर से पर्यटकों के लिए खुल जाएंगे। हर साल पर्यटन सीजन 15 नवंबर से शुरू होता था लेकिन इस वर्ष 15 दिन पहले पार्क खोलने का फैसला लिया गया है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। दुधवा नेशनल पार्क, पीलीभीत टाइगर रिजर्व व कतर्नियाघाट इस साल एक नवंबर से पर्यटकों के लिए खुल जाएंगे। हर साल पर्यटन सीजन 15 नवंबर से शुरू होता था, लेकिन इस वर्ष 15 दिन पहले पार्क खोलने का फैसला लिया गया है। साथ ही अमानगढ़ टाइगर रिजर्व में इको पर्यटन बढ़ाने के लिए इसका नया न्यू कार्बेट (अमानगढ़) रखने का फैसला हुआ है। अमानगढ़ को पूर्ण टाइगर रिजर्व का दर्जा दिलाने के लिए भी जरूरी औपचारिकताएं जल्द पूरी की जाएंगी।
दुधवा टाइगर रिजर्व तथा इसके आस-पास के क्षेत्र में बाघ एवं जैव विविधता के संरक्षण एवं उनके प्रबंधन के लिए दुधवा बाघ फाउंडेशन गठित है। इस फाउंडेशन के शासी निकाय की मंगलवार को पहली बैठक लखनऊ में हुई। इसमें कई महत्वपूर्ण फैसले हुए। वन मंत्री दारा सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई शासी निकाय की बैठक में मंत्री कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण इस वर्ष भी नेशनल पार्क समय से पहले बंद हो गए थे। इसलिए इन्हें एक नवंबर से खोलने का फैसला लिया गया है। पिछले वर्ष भी एक नवंबर से ही पार्क खुल गए थे।
बैठक में कार्बन बाजार संबंधी परियोजना विकसित करने संबंधी प्रस्ताव का भी अनुमोदन किया गया। बैठक में तय किया गया कि दुधवा को विशेष पहचान दिलाने के लिए महानगरों में रोड शो जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। वन एवं वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले वन कर्मियों को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए फाउंडेशन से नगद पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह ने कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी के तहत वित्त पोषण के लिए विभिन्न प्रोजेक्ट के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष सुनील पांडेय ने समय से बजट उपलब्ध न होने के कारण जिला योजना से धनराशि उपलब्ध कराने की पहल का सुझाव दिया। दुधवा के फील्ड डायरेक्टर संजय कुमार ने दुधवा टाइगर रिजर्व एवं फाउंडेशन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस मौके पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव पवन कुमार शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित थे।