Dry Day In UP: उत्तर प्रदेश में आज ड्राई-डे, सभी जगह पर बंद रहेंगी शराब की दुकानें, नहीं खुलेंगे पब और बार भी
Dry Day In UP In Support For International Day Against Drug Abuse उत्तर प्रदेश सरकार ने समाज को नशा से मुक्त रखने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश में 26 जून को शाम पांच बजे तक शराब का कोई खुदरा व्यापार नहीं होगा यानी शराब की दुकानें नहीं खुलेंगी।
लखनऊ, जेएनएन। नशीली दवाओं के अवैध कारोबार के खिलाफ 26 जून यानी आज अंतरराष्ट्रीय दिवस पर उत्तर प्रदेश सरकार भी बढ़चढ़कर आगे आ गई है। अंतरराष्ट्रीय दिवस पर आज उत्तर प्रदेश में सभी जगह पर ड्राई-ड घोषित हुआ है।
उत्तर प्रदेश में आज सभी अंग्रेजी व देशी शराब की दुकानों के साथ बीयर की भी शाप बंद रहेंगी। सुबह दस से बंदी प्रारंभ होकर शाम पांच बजे तक जारी रहेगी। इस दौरान कहीं पर भी पब या बार भी नहीं खुलेंगे।
नशीली दवाओं तथा मादक पदार्थ के कारोबार तथा अनैतिक कार्य के खिलाफ 26 जून को अंतरराष्ट्रीय दिवस पर उत्तर प्रदेश सरकार ने समाज को नशा से मुक्त रखने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश में 26 जून को शाम पांच बजे तक शराब का कोई खुदरा व्यापार नहीं होगा, यानी शराब की दुकानें नहीं खुलेंगी। इस दौरान कल शाम को पांच बजे तक किसी भी बार या पब में भी शराब नहीं परोसी जाएगी। उत्तर प्रदेश के अपर आयुक्त आबकारी हरिश्चंद्र ने इस बाबत एक आदेश जारी किया है। पत्र में लिखा गया है कि उत्तर प्रदेश में 26 जून को शाम छह बजे तक कोई खुदरा शराब कारोबार नहीं होगा। आबकारी विभाग ने 26 जून को शुष्क दिवस (ड्राई डे) घोषित किया है।
'नशा' जीवन में अवनति का कारक है।
आइए, आज 'अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस' के अवसर पर मादक द्रव्यों के सेवन के विरुद्ध जनजागरूकता हेतु संकल्पित हों।
'नशा मुक्त समाज' के निर्माण में सहभागी बनें!— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 26, 2022
गौरतलब है कि 26 जून को नशीली दवा तथा मादक पदार्थ के दुरुपयोग के खिलाफ अंतररराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। उत्तर प्रदेश में पहली बार 26 जून को ड्राई डे घोषित किया गया है। योगी आदित्यनाथ सरकार युवाओं में बढ़ते नशे के प्रचलन पर भी अंकुश लगाने की तैयारी में है। 26 जून को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने का उद्देश्य लोगों को नशीली दवाओं के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक करने और नशीली दवाओं के दुरुपयोग से मुक्त समाज का निर्माण करने का प्रयास माना जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 26 जून को इस प्रकार की कार्रवाई को वैश्विक रूप से युवाओं को नशे के खिलाफ एक अभियान में शामिल करने के साथ ही विश्व भर में इस प्रकार की कार्रवाई के व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य को शीर्ष वरीयता पर रखा था। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इसको इस वर्ष से लागू करने का फैसला किया है।