छेड़छाड़ करने वाले डॉक्टर ने मचाया फिर उत्पात, कैंपस में प्रवेश पर लगी है पाबंदी Lucknow News
केजीएमयू में कैंपस में आने की पाबंदी के बावजूद नशे में पहुंचा रेजीडेंट डॉक्टर। रोकने पर स्टाफ से साथ की अभद्रता।
लखनऊ, जेएनएन। रेडियोथेरेपी का निलंबित जूनियर डॉक्टर बेअदबी से बाज नहीं आ रहा है। छेड़छाड़ के मामले में आरोपी चिकित्सक का कैंपस में प्रवेश पर पाबंदी है। बावजूद, वह नशे में फिर वार्ड पहुंचा और उत्पात मचाया।
केजीएमयू के शताब्दी-फेज टू के भूतल पर रेडिएशन आंकोलॉजी का विभाग है। यहां के एक सीनियर रेजीडेंट पर शराब पीकर महिला तीमारदार से छेड़छाड़ के आरोप थे। ऐसे में वरिष्ठ डॉक्टरों ने भी घटना पर रेजीडेंट को दोषी ठहराया। लिहाजा, केजीएमयू प्रशासन ने उसे निलंबित कर दिया। साथ ही हॉस्टल व कैंपस प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया। वहीं रेजीडेंट हरकत से बाज नहीं आ रहा है। 21 सितंबर की रात को वह फिर रेडियोथेरेपी के वार्ड में पहुंचा। स्टाफ के मुताबिक डॉक्टर नशे में था। ऐसे में ड्यूटी पर तैनात जूनियर रेजीडेंट ने उसके प्रवेश पर आपत्ति जताई। साथ ही नियमों का हवाला दिया। ऐसे में खुद सीनियर रेजीडेंट बताकर वार्ड में उत्पात मचाया। सीनियर रेजीडेंट के साथ एक वार्ड ब्वॉय भी था। ऐसे में मामले की शिकायत प्रॉक्टर से की गई है।
केजीएमयू के प्रॉक्टर प्रो. आरएएस कुशवाहा ने बताया कि सीनियर रेजीडेंट छेड़छाड़ के मामले में निलंबित है। उसका प्रवेश बैन है। मगर वह रात में नशे की हालत में वार्ड में पहुंचा। मामले की शिकायत मिली है। डॉक्टर और वार्ड ब्वॉय पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।