बलरामपुर अस्पताल में संक्रमण से बचा रही विंडो, डॉक्टरों ऐसे कर रहे मरीजों की जांच-दवा वितरण
बलरामपुर अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमण से बचाने वाला विंडो। चीन अमेरिका और इटली की विशेष किट का लखनऊ के डॉक्टरों ने खोजा विकल्प।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए बगैर यदि उनकी जांच हो जाए तो इससे बेहतर संक्रमण से बचने का तरीका भला क्या हो सकता है। चीन, अमेरिका, इटली जैसे विकसित देशों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज करने के लिए खास किट होती है, लेकिन देश में अभी इसकी सुविधा हर जगह नहीं है। ऐसे में यहां के डॉक्टर जुगाड़ तंत्र से काम चला रहे हैं।
एक ऐसा ही जुगाड़ बलरामपुर अस्पताल के डॉक्टरों ने खोज निकाला है, जिससे मरीजों के संपर्क में आए बगैर ही एक विंडो के जरिए जांच करना और दवा देना आसान होगा। युक्ति सही रही तो दूसरे चिकित्सा संस्थानों के लिए भी यह विकल्प बन सकती है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सुगर, बीपी, बुखार इत्यादि की रीडिंग लेते व उन्हें दवाएं देते संक्रमण का खतरा सर्वाधिक होता है। देश में कई डॉक्टर पीपीई किट पहनने के बाद भी संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे में बलरामपुर चिकित्सालय के डॉक्टरों ने इससे बचने का एक नया तरीका निकाला।
डॉक्टरों ने आइसोलेशन वार्ड में एक विशेष विंडो बना दी है, जिसमें दो होल बनाए गए हैं। यह होल पूरी तरह से कवरअप हैं। किसी मरीज का फीवर व शुगर, बीपी जांचने के लिए इसी होल का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे में डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी को आइसोलेशन वार्ड के अंदर जाने की जरूरत नहीं पड़ती। विंडो पर ही खड़े होकर स्वास्थ्यकर्मी जांच व इलाज संबंधी जरूरी कार्य कर लेता है। इससे संक्रमण की हर संभावनाएं खारिज हो जाती हैं। आइसोलेशन वार्ड में यह विंडो बना दी गई है। बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने बताया कि हमारे यहां आइसोलेशन वार्ड में विशेष विंडो तैयार की गई है। इसके जरिए मरीज के संपर्क में आए बगैर जांच करने और दवा देने का काम किया जा सकता है। यह संक्रमण से बचने का बेहतर विकल्प है।