केजीएमयू में आर्गन ट्रांसप्लांट को झटका, डॉ. संत कुमार व डॉ. मनमीत ने दिया इस्तीफा
नेफ्रोलॉजी के डॉ. संत कुमार पांडेय व यूरोलॉजी के डॉ. मनमीत ने इस्तीफा दिया। आर्गन ट्रांसप्लांट यूनिट चला पाना हुआ मुश्किल, रजिस्ट्रार बोले इस्तीफा मंजूर।
लखनऊ, (जेएनएन)। केजीएमयू में आर्गन ट्रांसप्लांट को करारा झटका लगा है। नेफ्रोलॉजी के डॉ. संत कुमार व यूरोलॉजी के डॉ. मनमीत का इस्तीफा आखिरकार मंजूर कर लिया गया है। ऐसे में आर्गन ट्रांसप्लांट यूनिट चला पाना अब मुश्किल होगा। इन दोनों ही डॉक्टरों ने कुछ दिनों पहले सुविधाएं न होने पर अपना इस्तीफा सौंप दिया था। रजिस्ट्रार राजेश राय के अनुसार दोनों ही डॉक्टरों का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। इन दोनों ही डॉक्टरों के इस्तीफे मंजूर होने से आर्गन ट्रांसप्लांट करने के लिए प्रशासन को फिर से तैयारी करनी होगी।
रोलॉजी विभाग के डॉ. मनमीत ने किडनी ट्रांसप्लांट का विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया था और नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉ. संत कुमार पांडेय इकलौते नेफ्रोलाजिस्ट थे। डॉ. संत कुमार पांडेय के जाने से नेफ्रोलॉजी विभाग पर ही संकट खड़ा हो गया है। वहीं दूसरी ओर डायलिसिस करने का काम भी प्रभावित होगा।
केजीएमयू में डॉक्टरों की छुट्टी पर कैंची, मचा बवाल
केजीएमयू में डॉक्टरों की छुट्टी पर कैंची चला दी गई है। अभी तक इन्हें 15 दिनों का शीतकालीन अवकाश मिलता था, लेकिन रजिस्ट्रार राजेश राय की ओर से जारी आदेश में नौ दिन का शीतकालीन अवकाश देने के निर्देश दिए गए हैं। फिलहाल छुट्टियों पर कैंची चलाने को लेकर केजीएमयू शिक्षक संघ नाराज हैं और उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी है। केजीएमयू शिक्षक संघ के महामंत्री प्रो. संतोष कुमार का कहना है कि यूनिवर्सिटी की परिनियमावली व अधिनियम के अनुसार डॉक्टरों को एक महीने का ग्रीष्मकालीन अवकाश व 15 दिन के शीतकालीन अवकाश लेने का नियम है। ऐसे में इस तरह का आदेश जारी करना सरासर गलत है।