अंबेडकरनगर इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक हटाए गए, सही पाए गए भ्रष्टाचार के आरोप
डॉ. अखिलेश कुमार मिश्र से छीना गया निदेशक का काम। केएनआइटी सुल्तानपुर के निदेशक डॉ. जेपी पांडेय को मिला अतिरिक्त प्रभार।
लखनऊ, जेएनएन। राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज अंबेडकरनगर के निदेशक डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा को नियमों से खिलवाड़ करना भारी पड़ा। भ्रष्टाचार के जो आरोप उनके ऊपर लगाए गए थे, जांच कमेटी की रिपोर्ट में वे सही पाए गए। इसके बाद सोमवार को उनसे निदेशक पद का कार्य छीन लिया गया। प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा एस राधा चौहान ने बताया कि आरोप सही पाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है। वहीं कमला नेहरू प्रौद्योगिकी संस्थान (केएनआइटी) सुल्तानपुर के निदेशक डॉ. जेपी पांडेय को इस इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया है।
राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज अंबेडकरनगर के निदेशक पद से हटाए गए गए डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा ने बिना अनुमति के अवकाश लेकर पुणे व चेन्नई की यात्रा की। उपाध्यक्ष प्रशासकीय परिषद व सचिव प्राविधिक शिक्षा विभाग से इन्हेंं अवकाश का अनुमोदन लेना चाहिए था लेकिन बिना अनुमोदन के ही बीते वर्ष अप्रैल व जून में यह अवकाश पर रहे और यात्राएं की। इन यात्राओं के चलते कितनी कंपनियां स्टूडेंट का कैंपस सेलेक्शन करनी पहुंची, इसके बारे में भी वह सही जानकारी नहीं दे पाए। अखिलेश पर आरोप है कि उन्होंने गैर शैक्षणिक पदों पर भर्ती के लिए खुद अपने स्तर से अर्हता बदल दी और प्राविधिक शिक्षा विभाग से बिना अनुमोदन लिए ही विज्ञापन जारी कर दिया।
वहीं टेक्निकल एजुकेशन क्वालिटी इंप्रूवमेंट प्रोग्राम में दिलचस्पी नहीं दिखाई। विश्व बैंक सहायतित इस परियोजना में जो धन संस्थान को मिला था, वह बहुत कम खर्च हुआ। इस प्रोग्राम के अंतर्गत नियत अवधि के लिए शिक्षक रखने का प्राविधान है लेकिन इन्होंने अपने स्तर पर अतिथि अध्यापक रखकर संस्थान का वित्तीय भार बढ़ाया। फिलहाल इन पर लगाए गए यह सभी आरोप जांच कमेटी ने सही पाए हैं। डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा को निर्देश दिए गए हैं कि वह अध्यक्ष प्रशासकीय परिषद के सामने अपना पक्ष रखें।