UP: परिषदीय शिक्षकों का संबद्धीकरण खत्म न करने पर बीएसए पर होगी कार्रवाई, महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने जारी किए आदेश
परिषदीय शिक्षक जो अन्य स्कूल कार्यालय से संबद्ध हैं उन्हें अपने मूल स्कूल में लौटना होगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने यह आदेश जारी करते हुए कहा कि यदि इसका उल्लंघन हुआ तो बीएसए पर कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक मूल विद्यालय से इतर स्कूल या कार्यालय से संबद्ध हैं, उनका संबद्धीकरण तत्काल खत्म करने का आदेश दिया गया है। सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों से इस आशय का प्रमाणपत्र एक सप्ताह में मांगा गया है कि उनके जिले में कोई शिक्षक संबद्ध नहीं है। इसमें लापरवाही किए जाने पर बीएसए के विरुद्ध कार्रवाई होना तय है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को सख्त पत्र भेजा है। इसमें लिखा है कि शिक्षकों को मूल विद्यालय से इतर स्कूल या कार्यालय से संबद्ध करने से प्रशासनिक व्यवस्था व पठन-पाठन पर प्रभाव पड़ता है। यह गंभीर चिंता का विषय है। इस संबंध में चार दिसंबर 2007 व 18 सितंबर 2020 को सभी प्रकार के संबद्धीकरण खत्म करने के आदेश दिए गए थे।
समीक्षा में सामने आया है कि बार-बार विभाग के आदेशों के बाद भी कई जिलों में शिक्षक अब भी संबद्ध हैं। ये शासकीय आदेशों का उल्लंघन है। उन्होंने सभी बीएसए को आदेश दिया है कि तत्काल सभी शिक्षकों का संबद्धीकरण खत्म करें और एक सप्ताह में इस आशय का प्रमाणपत्र दें कि उनके जिले में कोई शिक्षक संबद्ध नहीं है, अन्यथा संबंधित बीएसए की जवाबदेही तय की जाएगी।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने सभी बीएसए को निर्देश दिए हैं कि ऐसे सभी शिक्षकों का संबद्धीकरण तत्काल समाप्त किया जाए जो मूल स्कूल के अलावा किसी अन्य स्कूल या कार्यालय में संबद्ध किए गए हैं। उन्होंने सभी बीएसए से प्रमाणपत्र भी मांगा है कि उनके जिले में सभी शिक्षक मूल विद्यालय में ही कार्यरत हैं और कोई भी शिक्षक किसी अन्य कार्यालय या विद्यालय में संबद्ध नहीं है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने जारी आदेश में कहा है कि निर्देशों का पालन न करने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को मूल विद्यालय से हटाकर किसी कार्यालय या विद्यालय से संबद्ध करने से विभाग की प्रशासनिक व्यवस्था और मूल विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। इसको देखते हुए पूर्व में संबद्धीकरण समाप्त करने के निर्देश दिए गए थे,
लेकिन समीक्षा में पता चला है कि कुछ जगह शिक्षकों को अब भी मूल विद्यालय से इतर संबद्ध किया गया है। ऐसा करना न केवल नियम विरुद्ध है, बल्कि शासकीय आदेशों का उल्लंघन भी है। उन्होंने सभी बीएसए को पत्र भेजकर ऐसे शिक्षकों का तत्काल संबद्धीकरण समाप्त कर सप्ताह भर में इस संबंध में प्रमाणपत्र देने के निर्देश दिए हैं।