Move to Jagran APP

विवेक तिवारी के हत्यारोपित के पक्ष में टिप्पणी करने वाला सिपाही सर्वेश निलंबित

विवेक तिवारी हत्याकांड में आरोपित बर्खास्त सिपाही प्रशांत चौधरी व संदीप कुमार के पक्ष में फेसबुक पर टिप्पणी करने वाले एटा में तैनात सिपाही सर्वेश चौधरी को निलंबित कर दिया गया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Fri, 05 Oct 2018 09:39 AM (IST)Updated: Fri, 05 Oct 2018 12:43 PM (IST)
विवेक तिवारी के हत्यारोपित के पक्ष में टिप्पणी करने वाला सिपाही सर्वेश निलंबित

लखनऊ (जेएनएन)। एपल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के बाद प्रदेश पुलिस के सिपाहियों की टिप्पणी को अफसरों ने बेहद गंभीरता से लिया है। इस मामले में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने अनुशासनहीनता करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्णय लिया है।

loksabha election banner

लखनऊ में विवेक तिवारी हत्याकांड में आरोपित बर्खास्त सिपाही प्रशांत चौधरी व संदीप कुमार के पक्ष में फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले एटा में तैनात 2011 बैच के सिपाही सर्वेश चौधरी को निलंबित कर दिया गया है। सर्वेश इन दिनों 25वीं वाहिनी पीएसी रायबरेली में सम्बद्ध था। उसके खिलाफ विभागीय जांच का भी आदेश दिया गया है। योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले कांस्टेबल सर्वेश चौधरी को निलंबित कर दिया गया है।

एटा के इस सिपाही ने सोशल मीडिया पर पोस्ट अपने वीडियो में मीडिया, पुलिस अफसर और मंत्रियों को गालियां दी थीं। उसको खेल के कोटे से  पुलिस में नौकरी मिली थी। सोशल मीडिया में आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी का बचाव करने के आरोप में सर्वेश चौधरी को निलंबित कर दिया गया है। डीआईजी, लॉ एंड ऑर्डर प्रवीण कुमार ने बताया कि कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ लखनऊ में केस भी दर्ज किया गया है। विवेक तिवारी को गोली मारने वाले सिपाही प्रशांत चौधरी का समर्थन करने वालों के नाम इस एफआईआर में शामिल कर लिया जायेगा।

सर्वेश ने लिखा था- मैंने दिए हैं सिपाही को पैसे, मुझे बर्खास्त करो

विवेक हत्याकांड के बाद से ही सिपाहियों का एक वर्ग आरोपी सिपाही के पक्ष में खड़ा है। पहले तो आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी की पत्नी राखी के खाते में पैसा जमा करने का अभियान छेड़ा गया और अब पांच अक्टूबर को काला दिवस मनाने और छह अक्टूबर को इलाहाबाद में एसोसिएशन की बैठक बुलाने का मैसेज वायरल हो रहा है। 25वीं बटालियन पीएसी से संबद्ध मथुरा के रहने वाले सर्वेश ने इसी बात को लेकर एक पोस्ट किया था। इसमें लिखा था कि मुझे बर्खास्त करो मैंने दिए हैं सिपाही को पैसे। 

पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह का कहना है कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। पुलिसकर्मी अनुशासनहीनता दिखाएगा तो वह सेवा में नहीं रहेगा। पुलिस एक अनुशासित बल है और अनुशासन के दायरे में ही सबको काम करना है। 

इतना ही नहीं विवेक तिवारी हत्या के बाद सिपाहियों को भड़काने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर फोर्स के खिलाफ आक्रोश पैदा करने वाले अभियान में शामिल सिपाहियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। इतना ही नहीं सिपाहियों को भड़काने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

डीजीपी मुख्यालय ने बर्खास्त सिपाहियों के संगठनों के आज काला दिवस मनाने को लेकर भी अलर्ट जारी किया है। कल डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से असंतोष फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें कुछ बर्खास्त और सेवारत सिपाहियों के शामिल होने की जानकारी मिली है। इसमें ऐसे लोग भी शामिल हैं जो फर्जी आईडी से खुद को पुलिस बताते हुए सोशल मीडिया पर भड़काऊ व आपत्तिजनक पोस्ट कर रहे हैं। ऐसे सिपाहियों पर केस दर्ज कर इनकी जांच की जा रही है। पुलिस में किसी भी तरह की असंतोष की स्थिति नहीं है। 

चक्रेश मिश्र पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं 

लखनऊ में एसपी नॉर्थ के पद पर तैनात चक्रेश मिश्र पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन पर आरोप है कि आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी की पत्नी के बैंक खाते में उन्होंने पांच हजार रुपया जमा करवाया था। पुलिस की जांच में बात सच निकली लेकिन 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी चक्रेश मिश्र के खिलाफ अब तक कोई एक्शन नहीं हुआ है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.