कोरोना की चुनौती के बावजूद 30 प्रतिशत बढ़ा यूपी का निर्यात, एमएसएमई विभाग ने जारी किए आंकड़े
कोरोना संक्रमण की चुनौती के बावजूद यूपी ने निर्यात में 30 फीसद बढ़ोत्तर हासिल की है। जनवरी 2018 में उत्तर प्रदेश के प्रथम स्थापना दिवस पर शुरू की गई मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण योजना ओडीओपी की निर्यात में हिस्सेदारी उल्लेखनीय है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान भी योगी सरकार उद्योग-धंधों को सुचारु किए रही। इससे न सिर्फ कामगारों को रोजगार मिलता रहा, बल्कि प्रदेश से निर्यात भी बढ़ता गया। सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग की ओर से जारी वित्तीय वर्ष 2021-22 के आंकड़ों के मुताबिक, इस दौरान निर्यात में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसमें सर्वाधिक 72 प्रतिशत हिस्सेदारी एक जिला एक उत्पाद (एक जिला, एक उत्पाद) योजना में शामिल उत्पादों की रही।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, कोरोना संकट के बावजूद निर्यात के लिहाज से उत्तर प्रदेश के लिए 2021-2022 शानदार रहा। अप्रैल 2020-2021 से लेकर मार्च 2021-2022 के दौरान प्रदेश का निर्यात 107423.5 करोड़ से बढ़कर 140123.5 करोड़ रुपये हो गया। समग्रता में यह करीब 30 प्रतिशत की वृद्धि है। जनवरी, 2018 में उत्तर प्रदेश के प्रथम स्थापना दिवस पर शुरू की गई मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण योजना ओडीओपी की निर्यात में हिस्सेदारी उल्लेखनीय है।
यह इस बात का भी संकेत है कि आने वाले समय में ओडीओपी प्रदेश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बन सकती है। यही नहीं, उत्तर प्रदेश ने एक ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था का जो लक्ष्य रखा है, उसमें भी इस योजना की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इसे देखते हुए ही जिलों में सामान्य सुविधा केंद्र बनाए जा रहे हैं। इनमें से पांच बनकर तैयार हैं। कुछ जल्द ही बनकर तैयार हो जाएंगे। ओडीओपी की संभावनाओं को देखते हुए सरकार ने अगले पांच वर्ष में इसके निर्यात और इससे सृजित होने वाले रोजगार का लक्ष्य दोगुणा रखा है।