पैंतीस से अधिक देशों के रक्षा मंत्री पहुंचेंगे राजधानी, Defense Expo 2020 में होंगेे शामिल
Defense Expo 2020 पचास से अधिक देशों के प्रतिनिधियों के आने की पुष्टि कई देशों के राजदूत संभालेंगे कमान
लखनऊ, जेएनएन। Defense Expo 2020 राजधानी में पांच फरवरी से शुरू होने जा रहे डिफेंस एक्सपो में रक्षा हथियारों और सैन्य साजो सामान का जमावड़ा तो होगा ही, दुनियाभर के तमाम देशों के रक्षा मंत्री और प्रतिनिधि भी शामिल होने के लिए आ रहे हैं। प्रशासन का दावा है कि अब तक 35 देशों के तो रक्षा मंत्रियों ने ही आने पर सहमति जता दी है। इसके अलावा कई देशों के राजदूत भी इसमें शामिल होने आ रहे हैं।
डिफेंस एक्सपो के जरिये भारत दुनिया के सामने अपनी ताकत और बाजार में निवेश की संभावनाओं को पेश करना चाहता है। यही वजह है कि दुनियाभर के तमाम देशों के रक्षा मंत्री खुद इसमें शामिल होने के लिए आ रहे हैं। जाहिर है, सरकार को भी उम्मीद है कि शीर्ष नेतृत्व के आने से डील करना आसान होगा।
अमेरिका सहित कई देशों की पुष्टि
अमेरिका सहित तीन दर्जन के करीब देशों ने इसमें शामिल होने की पुष्टि कर दी है। एक्सपो स्थल पर 22 हजार 633 वर्ग मीटर की जगह प्रदर्शनी के लिए बुक हो चुकी है। अमेरिका, कोरिया, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, ऑस्ट्रिया, इजरायल, सिंगापुर, बुल्गारिया, जर्मनी, अमेरिका, स्वीडन, स्वीट्जरलैंड, फ्रांस, यूरोपियन देश चेक गणराज्य, दक्षिण अफ्रीका, यूनाइटेड किंगडम, कजाखस्तान और नार्वे जैसे देशों के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल होने आ रहे हैं।
आकार लेने लगा प्रदर्शनी स्थल
डिफेंस एक्सपो शुरू होने में अब कम समय बचा है। वृंदावन योजना में प्रदर्शनी स्थल अब आकार लेने लगा है। बुधवार को कई कंपनियों के प्रदर्शनी स्थल तैयार हो गए। राफेल को प्रदर्शित करने वाली कंपनी डासॉल्ट, लॉकहीड मार्टिन, आयुध निर्माणी बोर्ड और अमेरिका की कंपनी बीईई सहित भारत और विदेशों से आने वाली कंपनियों व संस्थानों के स्टॉल लगभग तैयार हो गए हैं। इन कंपनियों के इंजीनियर अपने स्टालों पर हथियारों के डिस्प्ले के साथ उनके प्रस्तुतिकरण की रूपरेखा बना रहे हैं।
एटीसी भी तैयार
फ्लाई पास्ट के लिए रडार सहित वायुसेना के अधिकारियों ने एक अस्थायी एटीसी का निर्माण शुरू करा दिया है। एटीसी के साथ आंखों देखा हाल बताने के लिए भी एक बॉक्स बनाया गया है।
दक्षिण अफ्रीका से आया मावरी
उपद्रव के समय भीड़ नियंत्रण के लिए दक्षिण अफ्रीका का बना विशेष वाहन मावरी भी आया है। इसमें एक साथ 30 जवान तैनात होकर लोगों के बीच जा सकते हैं।